साहित्य डेस्क
कोलकाता। महानगर की साहित्यिक संस्था भारतीय भाषा परिषद और ‘वाराही’ के संयुक्त तत्वावधान में भक्तिमय काव्य संध्या का पिछले दिनों आयोजन किया गया। डॉ. शंभुनाथ की अध्यक्षता में हुए इस कार्यक्रम का संयोजन ‘वाराही’ के सचिव अरुण कुमार ने किया। संचालन का दायित्व संभाला ‘वाराही’ की अध्यक्ष नीता अनामिका ने।
डॉ. शंभुुनाथ मुख्य वक्ता थे। कार्यक्रम का शुभारंभ नीता अनामिका के स्वागत भाषण और आलोक चौधरी द्वारा शारदे वंदना के साथ हुआ। उसके बाद ‘वाराही’ द्वारा डॉ० शंभूनाथ, आशीष झुनझुनवाला, अरुण कुमार, सुरेश चौधरी आदि गणमान्य अतिथियों को उत्तरीय पहनाकर विशेष रूप से सम्मानित किया गया। फिर शुरू हुई कृष्णमय भजन संध्या। इसमें आशीष झुनझुनवाला, नीरजा झुनझुनवाला, रजनी मूंधड़ा, आलोक चौधरी एवं ऊषा जैन ने कृष्ण भजन सुना कर सभी को भाव-विभोर कर दिया।
इसके बाद काव्य पाठ हुआ। रामाकांत सिन्हा, श्वेता गुप्ता श्वेताम्बरी, सुरेश चौधरी एवं स्वीटी महतो ने स्वरचित कविताएं सुना कर वातावरण को और भी भक्तिमय बना दिया। अन्य कवियों में गजेन्द्र नाहटा एवं रवींद्र श्रीवास्तव ने भी अपनी रचनाओं से •ागवान श्रीकृष्ण के कुछ अनछुए पहलुओं से श्रोताओं को अवगत कराया।
इस मौके पर चंद्रिका प्रसाद पाण्डेय ‘अनुरागी’, शारदा चौधरी, प्रदीप धानुक, जयश्री रॉय, मधुकर रॉय, आशुतोष कुमार राउत, संजय जायसवाल, सुजाता महतो, प्रगति दूबे, प्रभाकर साव, कंचन भगत, हिमांशु सेवाग आदि कार्यक्रम में उपस्थित रहे। नीता अनामिका के धन्यवाद ज्ञापन के साथ ही यह कार्यक्रम संपन्न हुआ।