कुत्तों को कुत्ता न बोलें
कुत्तों को कभी कुत्ता न कहें। आदमी की तरह वे बुरा मान जाते हैं और अपनी इसी आदत के कारण वे काट भी लेते हैं। काटने के बाद आदमी के…
जासूस जिंदा है, एक कदम है जासूसी लेखन की लुप्त हो रही विधा को जिंदा रखने का। आप भी इस प्रयास में हमारे हमकदम हो सकते हैं। यह खुला मंच है जिस पर आप अपना कोई लेख, कहानी, उपन्यास या कोई और अनुभव हमें इस पते jasooszindahai@gmail.com पर लिख कर भेज सकते हैं।
कुत्तों को कभी कुत्ता न कहें। आदमी की तरह वे बुरा मान जाते हैं और अपनी इसी आदत के कारण वे काट भी लेते हैं। काटने के बाद आदमी के…