हमारी अधूरी भूत-कहानी

-अतुल मिश्ररात के उतने बजे थे, जितने बजे डरावनी और भूतिया फिल्मों के ‘फिक्स’ होते हैं कि इतने बजे सही रहेंगे! ब्लड प्रेशर हाई होने की वजह से बिजली जो…

आज भी सीटियां बजा रहा है मेजर बलवंत

नई दिल्ली। जिन लोगों ने चर्चित जासूस मेजर बलवंत के कारनामे पढ़े हैं, उन्हें लेखक कर्नल रंजीत आज भी याद आते हैं। कर्नल रंजीत यानी गुरबक्श सिंह का यह पात्र…

हिंदी साहित्य में नए आंदोलन खड़े किए पत्रिकाओं ने : ममता

नई दिल्ली। साहित्यकार ममता कालिया ने साहित्यिक पत्रिकाओं को लघु पत्रिकाएं बताते हुए कहा कि इसने हिंदी साहित्य में नए आंदोलन खड़े किए। हजारों पाठकों को खुद से जोड़ा। इसके…