स्त्री क्यों डरती है
- संतोषी बघेलएक स्त्री क्या चाहती है?शायद वो खुद भी नहीं जानती!वो बुनती है ख्वाब प्रतिपल,कुछ विद्रोही बन कर,कुछ निरंकुश होकर। वो मन को देती है जरा सी ढील,कि जी…
जासूस जिंदा है, एक कदम है जासूसी लेखन की लुप्त हो रही विधा को जिंदा रखने का। आप भी इस प्रयास में हमारे हमकदम हो सकते हैं। यह खुला मंच है जिस पर आप अपना कोई लेख, कहानी, उपन्यास या कोई और अनुभव हमें इस पते jasooszindahai@gmail.com पर लिख कर भेज सकते हैं।
- संतोषी बघेलएक स्त्री क्या चाहती है?शायद वो खुद भी नहीं जानती!वो बुनती है ख्वाब प्रतिपल,कुछ विद्रोही बन कर,कुछ निरंकुश होकर। वो मन को देती है जरा सी ढील,कि जी…
नई दिल्ली। लेखक और फिल्मकार अपनी कल्पना से जासूसों के जितने भी कारनामे दिखा लें मगर एक जासूस के लिए सचमुच में कितनी चुनौती होती है, यह वही जानता है।…