नई दिल्ली। कुछ लेखक कई बार कहानी की तलाश करते रहते हैं। तो लेखक आदित्य एक बार दोस्तों के साथ रेस्तरां में बैठे थे और एक किताब लिखने की सोच रहे थे, तभी टीवी पर खबर आई कि एमबीबीएस के छात्र ने चार कत्ल कर दिए हैं और पुणे पुलिस ने उसे पकड़ लिया है। वह उसकी हिरासत में हैं। खबर सुनते ही लेखक के दिमाग में आइडिया आया। उन्होंने कहा अगली कहानी मैं इस पर ही लिखूंगा।

किसी चीज की तलब हो तो उसे पाकर ही चैन मिलता है तो लेखक महोदय अगले दिन ही पहुंच गए पुलिस स्टेशन और सीधे अपराधी से मिलने की कोशिश करने लगे, पर यह बेहद हाई प्रोफाइल केस था तो बिना अनुमति कुछ भी संभव नहीं था। कई दिन चक्कर लगाए, मगर उन्हें निराशा ही हाथ लगी।

कुछ दिन बाद दोस्त के घर सब मूवी देख रहे थे तो दोस्त के पिता भी आकर बैठ गए। उनको यूं पास देख कर सब घबरा गए। पर उन्होंने सब के साथ आनंद लेना शुरू किया तो सब सहज हो गए। बातों-बातों में उन्होंने कहा कि जिÞंदगी में यारी-दोस्ती जिम्मेदारियों के साथ छूट जाती है। मेरे भी कई मित्र छूट गए तो उन्होंने अपने एक मित्र का जिक्र किया। और कहा कि मेरे दोस्त का हाल ही में यहां तबादला हुआ है उनका नाम एसीपी देशमुख है। नाम सुन के सभी बेहद खुश हुए। वे देशमुख से मिलना चाहते थे। दोस्त के पिता ने कहा कि मैं उनको कॉल कर दूंगा तुम लोग मिल लेना।

दूसरे दिन सभी सीधे पहुंच गए। कुछ देर इंतजार के बाद सभी देशमुख साब के केबिन में थे। यहां से शुरू होती है कहानी-

वहां पता चलता है कि कहानी की तह तक जाने के लिए मुजरिम के दोस्त से मिलना होगा और वो लोग उस से मिलने के लिए उसके कैम्पस में जाते हैं। कुछ इंतजार के बाद आखिर उनको मुलजिÞम का दोस्त आलोक मिल जाता है और वह बताता है कि रोहित जाधव भारत मेडिकल कालेज का छात्र है और कैसे मुजरिम बन गया। आलोक आगे की कहानी बताता है-

रोहित और आलोक कालेज पहुंचते हैं और रोहित आयशा को देखते ही ठान लेता है कि वो इस लड़की को ‘डेट’ करेगा। दोनों की दोस्ती होती है। प्यार परवान चढ़ता है। दोनों के घरवाले भी एक दूसरे को पसंद करने लगते हैं। इस तरह उनकी चार साल की पढ़ाई प्यार की नोक-झोंक के साथ आगे बढ़ती है। दोनों बेहद खुश हैं। लेकिन हर बार हमारा सोचा हुआ सार्थक नहीं होता। एक डिस्को क्लब में आयशा अपनी सहेली नेहा के साथ नाच रही है। उधर, किसी और होटल में आलोक और रोहित मजे कर रहे होते हैं।

रोहित आयशा को फोन करता है। उसे शोर के कारण सुनाई नहीं देता और वो बाहर चली जाती है बात करने के लिए। जब वो काफी देर बाद नहीं आती, तो नेहा बाहर जाती है। आयशा कहीं नहीं दिखती तो वह घबरा जाती है। कुछ दूर वह देखती है कि तीन लड़कों ने आयशा को पकड़ रखा है और उससे बदतमीजी कर रहे हैं।

आगे क्या होता है, क्या आयशा बच के निकल पाएगी। रोहित क्यों अपराधी हो गया। क्यों उसने एक साथ चार कत्ल कर दिए। इसके लिए आपको आपको डॉ. आदित्य आर. निघोट  का उपन्यास ‘अनटिल लव सेट्स अपार्ट’ पढ़ना होगा।

लेखक ने एक ऐसे युवा की कहानी रची है जो लापरवाह जरूर है, मगर कालेज की लड़कियों के दिलों का धड़कन है। मेडिकल कालेज में पढ़ाई के दौरान वह आयशाा काआत्मीय साथी बन गया। जीवन भर एक-दूसरे का साथ निभाने को तैयार थे, तभी एक अप्रत्याशित त्रासदी घटी और उनके जीवन को पूरी तरह से बदल दिया। क्या थी वह घटना? किस बात ने एक लापरवाह मेडिकल छात्र को हत्यारा बना दिया? वास्तविक जीवन की घटना पर आधारित इस पुस्तक में हम सभी के लिए एक संदेश है।

इस उपन्यास के आवरण को देख कर, कोई यह मान सकता है कि यह पूरी तरह रोमांस पर है, लेकिन इसमें और भी बहुत कुछ है। यह रोमांस, रहस्य और रोमांच का संपूर्ण पैकेज है। यह किताब नियति द्वारा खेले जाने वाले खेल पर भी है। एक बार इसे पढ़ते हैं तो पन्ने पलटते जाते हैं।  लेखक ने पात्रों को इतना प्रासंगिक बना दिया है कि वे हमारे आसपास के लगते हैं। लेखक ने दोस्ती और प्रेम का विस्तार से वर्णन किया है। कोई भी उस हर भावना को महसूस कर सकता है जिससे उपन्यास के पात्र गुजरे हैं। इसे पढ़ कर कोई भी भावुक हो उठेगा।

इस उपन्यास के लेखक आदित्य निघोट पेशे से डाक्टर हैं। उन्होंने बीस साल की उम्र में लिखना शुरू किया और तभी से लेखन उनका जुनून बन गया। उनका पहला ही उपन्यास ‘अनटिल लव सेट्स अपार्ट’ चर्चित हो गया। बाजार की भाषा में कहें तो यह  बेस्टसेलर बन गया था। उन्हें पुरस्कार भी मिला। आदित्य सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं। अपने पाठकों और प्रशंसकों के साथ बातचीत करना पसंद करते हैं।

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