साहित्य डेस्क
नई दिल्ली। पिछले दिनों जयपुर से साहित्य जगत की अच्छी खबर आई। एक साहित्यिक अखबार ‘बखत’ ने चर्चित कवि प्रभात पर अपना विशेष अंक निकाला। इसका लोकार्पण पिंक सिटी क्लब में हुआ। इस अवसर पर बड़ी संख्या में लेखक और सुधी पाठक उपस्थित थे। ‘बखत’ आधे आकार के पन्नों वाला साहित्यिक अखबार है। इसने अपने कुछ अंकों से ही बड़ी उपस्थिति दर्ज कराई हैं लेखकों और पाठकों के बीच।
‘बखत’ के संस्थापक सवाई सिंह शेखावत के मुताबिक राजस्थान की साहित्यिक प्रतिभाओं को मंच प्रदान करने के लिए 1985 में इसका पहला अंक निकाला गया था। तब यह अंक कवि राजेंद्र बोहरा पर केंद्रित था। इसके प्रकाशन का उद्देश्य प्रदेश के कवियों के रचना कर्म को सामने लाना था।
कवि प्रभात पर लोकार्पित ‘बखत’ का यह अंक चर्चा में है। शेखावत ने बताया कि प्रभात ने कवि कर्म से राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति अर्जित की है। इस अवसर पर वरिष्ठ कवि कृष्ण कल्पित ने कहा कि प्रभात इस दौर के महत्त्वपूर्ण कवि हैं। उनके गीत और कविताएं लोकप्रिय हैं। वे लोक की मिट्टी से जुड़े और इस मिट्टी से मिले-जुले कवि हैं। उनके पास मौलिक स्वर है।
लोकार्पण समारोह में वरिष्ठ आलोचक राजाराम भादू ने कहा कि कवि प्रभात का बच्चों के लिए किया गया काम अद्भुत है। जबकि डॉ. सत्यनारायण ने कहा कि प्रभात अपने समय से मुठभेड़ करने वाले कवि हैं।