पुस्तक प्रेमियों के लिए साहित्य अकादेमी में कई कार्यक्रम
नई दिल्ली। साहित्य अकादेमी की ओर से ‘पुस्तकायन’ पुस्तक मेले में युवा साहिती कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें हिंदी, मैथिली, पंजाबी, संस्कृत और उर्दू के कवियों ने अपनी रचनाएं…
जासूस जिंदा है, एक कदम है जासूसी लेखन की लुप्त हो रही विधा को जिंदा रखने का। आप भी इस प्रयास में हमारे हमकदम हो सकते हैं। यह खुला मंच है जिस पर आप अपना कोई लेख, कहानी, उपन्यास या कोई और अनुभव हमें इस पते jasooszindahai@gmail.com पर लिख कर भेज सकते हैं।
नई दिल्ली। साहित्य अकादेमी की ओर से ‘पुस्तकायन’ पुस्तक मेले में युवा साहिती कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें हिंदी, मैथिली, पंजाबी, संस्कृत और उर्दू के कवियों ने अपनी रचनाएं…
नब्बे के दशक में डीटीसी बसों में कुछ यात्रियों के हाथों में अक्सर एक उपन्यास दिखता था। नाम था-वर्दी वाला गुंडा। छपते ही इसके पहले संस्करण की 15 लाख प्रतियां…
थाना हालांकि किशोर के घर से महज आधा किलोमीटर दूर था। पर पुलिस को मौके पर पहुंचने में आधा घंटा लग गया। इस बीच मैंने एनसीआर में दिल्ली, उत्तर प्रदेश…
नई दिल्ली। जासूसों की दुनिया भी विचित्र है। यह इतनी दिलचस्प है कि इसने न केवल लेखकों बल्कि फिल्मी निर्देशकों को भी आकर्षित किया। इस तरह साहित्य के पन्नों से…
नई दिल्ली। सिर्फ नेतृत्व से ही देश नहीं बनता। इसके पीछे हजारों और लाखों लोगों के दिमाग के साथ दिलेरी भी होती है। देशभक्ति का भी जज्बा होता है। आजादी…
दिन भर चहलपहल वाली बंगाली मार्केट में बंगाली स्वीट्स के बाहर रहने वाले लगभग पालतू व हट्टे-कट्टे कुत्ते अलसाए हुए से अभी अपनी टोकरियों में पड़े थे। दुकानों के नौकर…
माया ने करवट ली और कुहनियों के बल होकर मेरे चेहरे पर झुक गई। रात के एक बज गए थे। वह तानसेन मार्ग के मेरे घर सह दफ्तर में रात…
बंगले का मास्टरबेडरूम चांदनी दूधिया रोशनी में नहाया हुआ था। शाम होने के बाद लाइट नहीं जलाई गई थी। खिड़की से आती कुदरती रोशनी के बावजूद कमरा ठंडी उदासी से…
सब कहते हैं कि छोटू तू बड़ा कमीना निकला, जब देखता हूं तब गोरियों को ही चाय भेजता है हरामी... पहले तो आपको भी भेजता था तभी तो कहते थे…
नई दिल्ली। भारतीय मूल की कनाडाई कवयित्री रूपी कौर गाजा पर हमले से नाराज हैं। उन्होंने दिवाली कार्यक्रम में आने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के निमंत्रण को ठुकरा…