आकांक्षा पारे को विष्णु प्रभाकर राष्ट्रीय सम्मान
साहित्य डेस्कनई दिल्ली। दिल्ली की प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्था सन्निधि शतक संगति अयोजित करने जा रही है। संगति के पहले सत्र में कई लेखकों को काका साहब कालेलकर राष्ट्रीय सम्मान और…
जासूस जिंदा है, एक कदम है जासूसी लेखन की लुप्त हो रही विधा को जिंदा रखने का। आप भी इस प्रयास में हमारे हमकदम हो सकते हैं। यह खुला मंच है जिस पर आप अपना कोई लेख, कहानी, उपन्यास या कोई और अनुभव हमें इस पते jasooszindahai@gmail.com पर लिख कर भेज सकते हैं।
साहित्य डेस्कनई दिल्ली। दिल्ली की प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्था सन्निधि शतक संगति अयोजित करने जा रही है। संगति के पहले सत्र में कई लेखकों को काका साहब कालेलकर राष्ट्रीय सम्मान और…
जासूस डेस्कनई दिल्ली। जासूसी कथा लेखन में एकउपन्यासकार है जो एक अकेला सब पर भारी नजर आता है। हम चर्चा कर रहे हैं कथाकार सुरेंद्र मोहन पाठक की। साहित्य जगत…
मनप्रीत मखीजा बचपन में एक कहानी सुनी थी जिसमें पेड़ और पक्षी का एक नाता सा बंध जाता था। पेड़ जानता था कि पक्षी का घोंसला सदा यहां नहीं रहेगा,…