गुप्त अभियान पर कैमरा
-पदम गोधा एक तरफ रखा पत्रकार का कैमरा कसमसाया। उसने देखा अचानक उसकी तीन टांगें उग आई हैं। वह चुपके से बाहर निकल आया। बाहर निकलते ही वह एक बड़े…
जासूस जिंदा है, एक कदम है जासूसी लेखन की लुप्त हो रही विधा को जिंदा रखने का। आप भी इस प्रयास में हमारे हमकदम हो सकते हैं। यह खुला मंच है जिस पर आप अपना कोई लेख, कहानी, उपन्यास या कोई और अनुभव हमें इस पते jasooszindahai@gmail.com पर लिख कर भेज सकते हैं।
-पदम गोधा एक तरफ रखा पत्रकार का कैमरा कसमसाया। उसने देखा अचानक उसकी तीन टांगें उग आई हैं। वह चुपके से बाहर निकल आया। बाहर निकलते ही वह एक बड़े…
जासूस डेस्कनई दिल्ली। अपने यहां सुरेंद्र मोहन पाठक ने सुनील नाम के पत्रकार को जासूसी करते दिखाया था। इस पात्र पर आधारित उन्होंने कई शृंखला लिखीं। लेकिन बहुत पहले यही…