नई दिल्ली। साहित्य के पन्नों से होता हुआ कोई जासूस अपने कारनामे रूपहले पर्दे पर दिखाता है तो वह दर्शकों का ध्यान खींच ही लेता है। वहीं दूसरी ओर कई लोगों को जासूसी उपन्यास पढ़ने से अच्छा जासूसी फिल्में देखना खूब भाता है। इसके लिए वे दूर कहीं सिनेमाघर जाने के लिए तैयार रहते हैं। वैसे भी इन फिल्मों का एक अच्छा खास वर्ग है। हिंदी सिनेमा में अपराध कथा और जासूसी पर आधारित फिल्में दशकों से बनती रही हैं। गुमनाम, बीस साल बाद, मधुमती, विक्टोरिया नंबर 203 जैसी पुरानी फिल्मों की याद ताजा हो उठती हैं।

बदल गया जासूसी फिल्मों का मंच
पिछले कुछ सालों में युद्ध कथा पर आधारित फिल्में जरूर, आई हैं, मगर जासूसी फिल्में बननी काफी हद तक कम हुई हैं। ले दे कर फिल्म टाइगर जिंदा है अपनी अलग-अलग शृंखला में जरूर सामने आई। इसके साथ ही एक बात और सामने आई कि जासूसी पर आधारित कुछ फिल्में विशेष रूप से ओटीटी मंच के लिए बननी शुरू हुर्इं। यह भी दिलचस्प है कि इन फिल्मों को लाखों दर्शक मिले। डेढ़-दो घंटे की फिल्में बनने लगीं तो कुछ सीरीज के रूप में सामने आर्इं। अब इस मंच पर जासूसी फिल्मों की कमी नहीं है।

हिंदी अंग्रेजी में बन रही हैं फिल्में
इन जासूसी फिल्मों में हत्या, प्रतिशोध और सुराग के पीछे भागते जासूसों को देखा जा सकता हैं। इन फिल्मों में रोमांस का भी तड़का है। अच्छी बात ये है कि ये फिल्में सिर्फ हिंदी तक सीमित नहीं रहीं। ये अंग्रेजी और क्षेत्रीय भाषाओं में भी बन रही हैं तथा खूब देखी देखी जा रही हैं। गुत्थियां सुलझाने का अगर आपको शौक है तो ये फिल्में आपको अवश्य देखनी चाहिए। इन फिल्मों में मारधाड़ से अलग वही रहस्य और रोमांच महसूस होगा, जिसे आप जासूसी उपन्यासों में पाते थे। ये फिल्में आपको नेटफ्लिक्स, डिज्नी प्लस, हॉटस्टार, अमेजन प्राइम पर आप घर पर ही बड़े स्क्रीन वाले टीवी या प्रोजेक्टर से बड़े पर्दे पर देख सकते हैं।

एक अच्छी फिल्म विद्या बालन की
अगर आपसे अभिनेत्री विद्या बालन की फिल्म कहानी देखने से रह गई हो तो आपको यह फिल्म जरूर देखनी चाहिए। इस फिल्म में एक पत्नी किस तरह लंदन से कोलकाता तक ढूंढती है और इस बीच क्या-क्या वह चुनौतियां झेलती है, यह देखने लायक है। इस फिल्म का क्लाइमेक्स चौंका देता है। विद्या की यह फिल्म डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर देखी जा सकती है। एक और फिल्म विद्या की थी, यह बॉबी जासूस नाम से आई थी। एक महिला जासूस पर बनी यह फिल्म इसी मंच पर देखी जा सकती है। वहीं फिल्म जासूस ब्योमकेश बख्शी को कौन भूल सकता है। इसमें एक केमिस्ट के गायब होने की कहानी है। इसके पीछे एक साजिश है। इस साजिश का पर्दाफाश जासूस ब्योमकेश करता है। इस जासूस का किरदार सुशांत सिंह राजपूत ने निभाया था। अब यह फिल्म अमेजन प्राइम वीडियो पर देखी जा सकती है।

एक जासूसी फिल्म जो कई भाषाओं में
इसी तरह एक फिल्म आई थी एजंट साई श्रीनिवास आत्रेय। यह एक ऐसे जासूस की कहानी थी जो एक जासूसी एजंसी में काम करता है। वह किसी मामले में फंस जाता है। मगर बाद में कैसे उसकी जिंदगी बदलती है, यह इस फिल्म का विषय है। यह फिल्म वैसे तो तेलुगु में बनी थी, मगर हिंदी में अमेजन प्राइम वीडियो पर देखा जा सकता है। वैसे कुछ अंग्रेजी फिल्में माई मिस्ट्री और एनोला होम्स अच्छी जासूसी फिल्में हैं। इसे नेटफ्लिक्स पर देखा जा सकता हैं।

नेटफ्लिक्स पर एक और अच्छी फिल्म दर्शकों के लिए उपलब्ध है। कैटकीना कैफ और रणबीर कपूर के अभिनय से सजी यह फिल्म जग्गा जासूस नाम से आई थी। इस फिल्म में गोद लिया गया एक पुत्र अपने पिता को कैसे ढूंढ़ता है, यही इस फिल्म का विषय है। अनुराग बासु के निर्देशन में बनी यह फिल्म बेशक सिनेमागरों में नहीं चली हो, मगर इसने ओटीटी पर अपनी जगह बनाई। जासूसी फिल्मों के कद्रदानों के लिए अब भटकने की जरूरत नहीं है।

कुछ और भी है दिलचस्प जासूसी फिल्में
ओटीटी मंच पर कुछ और भी दिलचस्प जासूसी फिल्में हैं जो आपको अवश्य देखनी चाहिए। इसमें एक फिल्म है- रोमियो अकबर वॉल्टर। इस फिल्म के नायक जॉन अब्राहम हैं जो पाकिस्तानी सेना में शामिल होकर भारतीय फौज के लिए काम करते हैं। इसी तरह फिल्म मिशन मजनू आप नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं। यह देशभक्ति पर आधारित फिल्म है। एक फिल्म आई थी खुफिया। यह फिल्म जासूसी पर और एक सच्ची घटना पर आधारित है। इसी तरह आप फिल्म फैंटम देख सकते हैं। इसमें अभिनेता सैफ अली खाम ने एक जासूस का अभिनय निभाया।

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