पापा का वेलेंटाइन डे गिफ्ट
नीरजा कृष्णा आज शनिवार की छुट्टी होने के कारण सब घर में थे और लंच के लिए वेलेंटाइन गिफ्ट को लेकर सब टेबल पर डटे थे। अचानक बिटिया मोना पूछ…
जासूस जिंदा है, एक कदम है जासूसी लेखन की लुप्त हो रही विधा को जिंदा रखने का। आप भी इस प्रयास में हमारे हमकदम हो सकते हैं। यह खुला मंच है जिस पर आप अपना कोई लेख, कहानी, उपन्यास या कोई और अनुभव हमें इस पते jasooszindahai@gmail.com पर लिख कर भेज सकते हैं।
नीरजा कृष्णा आज शनिवार की छुट्टी होने के कारण सब घर में थे और लंच के लिए वेलेंटाइन गिफ्ट को लेकर सब टेबल पर डटे थे। अचानक बिटिया मोना पूछ…
जासूस डेस्कनई दिल्ली। एक दौर में जब गुलशन नंदा रोमानी उपन्यास रच रहे थे, उसी समय लेखक ओम प्रकाश शर्मा सर्वहारा वर्ग को ध्यान में रख कर जासूसी उपन्यास लिख…
जासूस डेस्कनई दिल्ली। क्या जेम्स बांड थक गया है। इधर कुछ सालों में उसकी कोई फिल्म नहीं आई। क्या वह अपना किरदार अब सचमुच नहीं निभाना चाहता। इस ऐतिहासिक किरदार…
-संतोषी बघेल वह खेत से लौटतीबटोर लाती है सूखी टहनियांताकि जल सके चूल्हा औरपक सके रोटियां, वो खेतों से लौट करभर लाती है गागर,मांज लेती है चंद बर्तनजला देती है…
जासूस डेस्कनई दिल्ली। वह बेहद खूबसूरत है। वह प्रेम की भूखी है। यह भूख दिल से देह तक की है। वह माया है। जो अपने मन की संतष्टि के लिए…
-अंजू खरबंदा जब से पता चला साथ वाली आंटी ओल्ड एज होम में शिफ्ट हो गई हैं, दिल बड़ा उदास सा था।मैं पहाड़ों की रहने वाली चंचल हिरणी... शहर की…
जासूस डेस्कऐसा क्या है जेम्स बांड में जिसका नशा कभी उतरता नहीं। ब्रिटिश पत्रकार और उपन्यासकार इयान फ्लेमिंग का यह किरदार ब्रिटेन की खुफिया एजंसी का जासूस है। यह इतना…
जासूस डेस्कनई दिल्ली। हिंदी साहित्य ही नहीं जासूसी कथा साहित्य में भी दुर्गा प्रसाद खत्री एकमात्र लेखक हैं जिन्होंने अपने मशहूर पिता की विरासत को ही आगे नहीं बढ़ाया बल्कि…
-सुगंधि कुलसिंह हाय जलेबी,दिन रात फुटपाथ परबिकती हुई जलेबीहर किसी की तलाश ऐसीगरमा-गरम जलेबी,चारों तरफ उलझी हुईरोज तलती निराश जलेबी,मन की खुशी तन की सुखीऐसी चाशनी जलेबी,तनख़्वाह के दिन…
-संजीव सागर मुझको मिली है एक सहेली मां जैसी,बूझ न पाया मैं वो पहेली मां जैसी। हरदम ही दुनिया से लड़ती रहती है,मेरी खातिर एक अकेली मां जैसी। पहली बार…