वसंत आने को है…
-रश्मि वैभव गर्ग वसंत आने को है...इसका मायावी सम्मोहनआकर्षित करता है मुझे,मेरे अंतस में कुछ ख्वाहिशेंजीवंत होने लगती हैं...। लिखकर अपनीतकलीफों की किताब,सब भूल जाना चाहती हूं मैं,फिर...ओढ़ कर धानी…
जासूस जिंदा है, एक कदम है जासूसी लेखन की लुप्त हो रही विधा को जिंदा रखने का। आप भी इस प्रयास में हमारे हमकदम हो सकते हैं। यह खुला मंच है जिस पर आप अपना कोई लेख, कहानी, उपन्यास या कोई और अनुभव हमें इस पते jasooszindahai@gmail.com पर लिख कर भेज सकते हैं।
-रश्मि वैभव गर्ग वसंत आने को है...इसका मायावी सम्मोहनआकर्षित करता है मुझे,मेरे अंतस में कुछ ख्वाहिशेंजीवंत होने लगती हैं...। लिखकर अपनीतकलीफों की किताब,सब भूल जाना चाहती हूं मैं,फिर...ओढ़ कर धानी…
-अतुल मिश्र महानगर की गंदगी में नगर निगम की भूमिका विषय को लेकर शोध-कार्य चल रहा था। अपने गाइड के परामर्श पर शोध छात्र मुंह पर रुमाल बांध कर सुव्यवस्थित…
जासूस डेस्कनई दिल्ली। देश-दुनिया के जिन लेखकों ने कई संघर्षों और चुनौतियों को पार करते हुए लिखा, वे सचमुच अनोखा रच गए। इस कड़ी में हम विख्यात जेम्स बांड के…