राजीव तनेजा
शोर-शराबे के तनाव भरे माहौल के बीच माथे पर चिंता के गहन भावों के साथ दर्शक दीर्घा में बेहद डर और उत्सुकता का मिलाजुला माहौल। हार या जीत का सारा दारोमदार मैदान में खेल रहे खिलाड़ियों के दम-खम पर। अब देखना ये है कि शातिर गेंदबाजों की तिकड़मी गेंदें हावी होती हैं या फिर बल्लेबाज की हिम्मत और धैर्य के साथ खेले गए शॉट।
लंबे रनअप के साथ निशाना साधे गेंदबाज की एक तेज बाउंसर बिना संभलने का मौका दिए सीधा बल्लेबाज की तरफ हावी होती हुई। हड़बड़ा कर बल्लेबाज ने तेज आक्रमण से बचने का भरपूर प्रयास किया मगर इससे पहले कि वो कामयाब हो, गेंद सीधा उसके हेलमेट से जा टकराई। बल्लेबाज ने लड़खड़ा कर गिरते हुए संभलने का प्रयास किया। पसीना पोंछते गेंदबाज के चेहरे पर एक विजयी मुस्कान।
बल्लेबाज के चेहरे पर थकान, मगर सधे अंदाज में गेंदबाज पर नजरें गड़ाए सावधानी से अगली गेंद खेलने के लिए तैयार। लंबे रनरअप के बाद ये एक और तेज गति से स्विंग होती हुई गेंद। पहले से तैयार खड़े मुस्तैद बल्लेबाज ने जोर से हवा में बल्ला घुमाया और इसके साथ ही गेंद हवा में उड़ती हुई बाउंड्री पार चार रनों के लिए। तालियों की गड़गड़ाहट और करतल ध्वनि के बीच तेज गति से दौड़ते गेंदबाज की अगली गेंद थोड़ी धीमी गति के साथ बल्लेबाज की तरफ लपकी। सावधानी से खड़े बल्लेबाज से बल्ला घुमाया मगर ये क्या, बल्लेबाज को छकाती हुई गेंद ने अचानक टर्न लिया और सीधा मिडल विकेट की गिल्ली उड़ाती हुई पीछे विकेटकीपर द्वारा रोक ली गई। अंपायर का ‘आउट’ का इशारा और थके कदमों से बल्लेबाज वापस पवेलियन की तरफ।
‘लो.. इतनी जल्दी इसकी विकेट भी उड़ गई। अब देखते हैं कि अगला कब तक टिकता है।’ नर्स ने मुस्कुराते हुए पास खड़े वार्ड ब्वाय से कहा और संजीदा चेहरे के साथ अगले पेशेंट की तरफ बढ़ गई।
इसके साथ ही क्रिटिकल केयर यूनिट के बाहर रिश्तेदारों का रोना-बिलखना शुरू हो चुका था।