अब जमीन से लेकर आसमान तक जासूसी
दिल्ली। कोई भी देश अपनी सरहदों की सुरक्षा में अपनी पूरी ताकत लगा देता है। सीमा पर फौज और आधुनिक हथियार ही नहीं तैनात नहीं किए जाते, रक्षा तंत्र को…
जासूस जिंदा है, एक कदम है जासूसी लेखन की लुप्त हो रही विधा को जिंदा रखने का। आप भी इस प्रयास में हमारे हमकदम हो सकते हैं। यह खुला मंच है जिस पर आप अपना कोई लेख, कहानी, उपन्यास या कोई और अनुभव हमें इस पते jasooszindahai@gmail.com पर लिख कर भेज सकते हैं।
दिल्ली। कोई भी देश अपनी सरहदों की सुरक्षा में अपनी पूरी ताकत लगा देता है। सीमा पर फौज और आधुनिक हथियार ही नहीं तैनात नहीं किए जाते, रक्षा तंत्र को…
साहित्य संवाददाता वाराणसी। युवा कवयित्री शिल्पी अग्रवाल का हालिया प्रकाशित काव्य संग्रह ‘शिव से मैं’ को पढ़ते हुए ऐसा प्रतीत होता है कि उन्होंने काव्य रचते हुए अध्यात्म की यात्रा…
अंजू खरबंदा अरे अरे गिर गया मेरा राजा बेटा!कोई बात नहीं जल्दी से खड़े हो जाओ।अरे, रोने लगे!लड़के रोते थोड़े ही हैं!बी अ ब्रेव बॉय। बचपन से ही घुट्टी पिला…