चैट जीपीटी से क्यों डरे हुए हैं लेखक
-संजय स. इन दिनों चैट जीपीटी की बड़ी चर्चा है। मेरे पास कई युवा पत्रकारों के फोन आते हैं। उनका यही सवाल होता है कि क्या एआइ (कृत्रिम मेधा) और…
जासूस जिंदा है, एक कदम है जासूसी लेखन की लुप्त हो रही विधा को जिंदा रखने का। आप भी इस प्रयास में हमारे हमकदम हो सकते हैं। यह खुला मंच है जिस पर आप अपना कोई लेख, कहानी, उपन्यास या कोई और अनुभव हमें इस पते jasooszindahai@gmail.com पर लिख कर भेज सकते हैं।
-संजय स. इन दिनों चैट जीपीटी की बड़ी चर्चा है। मेरे पास कई युवा पत्रकारों के फोन आते हैं। उनका यही सवाल होता है कि क्या एआइ (कृत्रिम मेधा) और…
-पल्लवी गर्ग चल री सजनी अब क्या सोचेकजरा न बह जाए रोते रोते... एक गाना, जिसको बचपन से अब तक जितनी बार सुना, उतनी बार अलग भावनाएं उमड़ीं। अम्मा दादा…
-अतुल मिश्र ‘तुम किसी काम के आदमी नहीं हो।‘ नेता की पत्नी ने उसका एक ऐसा प्रमाणपत्र जारी किया, जिसमें कि उसके आदमी होने पर संदेह जाहिर होता हो कि…