अदना सा है आदमी
- अंजू खरबंदा अदना सा है आदमीआइना दिखाती रोज ही जिन्दगीइतिहास को बदलने की बातें करताईमान पर भी कायम न रह पाता आदमी! उम्र भर करता गिल-शिकवेऊल-जलूल करता हरकतेंऋषि बनने…
जासूस जिंदा है, एक कदम है जासूसी लेखन की लुप्त हो रही विधा को जिंदा रखने का। आप भी इस प्रयास में हमारे हमकदम हो सकते हैं। यह खुला मंच है जिस पर आप अपना कोई लेख, कहानी, उपन्यास या कोई और अनुभव हमें इस पते jasooszindahai@gmail.com पर लिख कर भेज सकते हैं।
- अंजू खरबंदा अदना सा है आदमीआइना दिखाती रोज ही जिन्दगीइतिहास को बदलने की बातें करताईमान पर भी कायम न रह पाता आदमी! उम्र भर करता गिल-शिकवेऊल-जलूल करता हरकतेंऋषि बनने…
नई दिल्ली। इस दुनिया में कई तेज-तर्रार जासूस हुए। जिनके कारनामे आज भी चौंकाते हैं। मगर एक ऐसा जासूस जो पेशेवर नहीं था, मगर उसने कमाल की जासूसी की। इस…
-अतुल मिश्र ‘भाई साहब, यह कनाट प्लेस का ही रास्ता है?’ पहली मर्तबा मुरादाबाद से टैक्सी लेकर दिल्ली के कनाट प्लेस की रेड लाइट पर खड़े रामभरोसे ने किसी स्कूटर-चालक…