जासूस फेलु दा : सिर पर न हैट, न कोई स्टाइल  

नई दिल्ली। बंगाल में जासूसी कहानियां बेहद लोकप्रिय रही हैं। इसका प्रारंभ बकाउल्लाह और प्रियनाथ मुखोपाध्याय ने किया था। जासूसी लेखन का अध्ययन करने पर पता चलता है कि ज्यादातर…

रात में कुत्तों की बातें

 अतुल मिश्र अंधेरा होने की वजह से रात का वक्त था। पहरेदार की सीटी बता रही थी कि पहरा बहुत सख्त था। श्वान-पुत्र अपनी मौजूदगी जता रहे थे। ‘जागते रहो’…

केशव पंडित : नकली लेखक, असली जासूस

नई दिल्ली। क्या अपने कभी केशव पंडित का नाम सुना है? वैसे जासूसी उपन्यास पढ़ने वाले इस नाम से अनजान न होंगे। प्रसिद्ध उपन्यासकार वेद प्रकाश शर्मा का यह चर्चित…

बनना किसी लेखक की वेबसाइट का

 अतुल मिश्र अच्छी रचनाओं की पहचान के अभाव में, अखबारों-पत्रिकाओं के संपादक जब किसी लेखक को छापना बंद कर देते हैं, तब कोई लेखक अपनी वेबसाइट बना कर अपने पाठकों…

नहीं रहीं लेखिका उषा किरण खान

पटना। मैथिली और हिंदी की विख्यात लेखिका उषा किरण खान का पिछले दिनों निधन हो गया। वे कुछ दिनों से अस्वस्थ थीं। उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी।…

तुम्हारी यादों का जो तिलिस्म है

-संतोषी बघेल तुम्हारी मुस्कुराहटों में लिपटी हैमेरी आंखों की नमी,मेरे शब्दों में उकरते प्रेम मेंतुम्हारे विराग की कसक है,कभी पिघलती हूं तुम्हारे खयाल से,कभी तुम्हारा प्रणमुझे कठोर बना जाता है।…

इब्ने सफी : जासूसी लेखन के बेताज बादशाह

- डा. शशि रायजादा लखनऊ। लगभग ढाई सौ से ऊपर जासूसी उपन्यास लिखने वाले अपने समय के चर्चित लेखक असरार अहमद उर्फ इब्ने सफी इलाहाबाद जिले के नारा कस्बे में…

पुस्तक मेले में उमड़े क्या बच्चे और क्या बुजुर्ग

नई दिल्ली। प्रगति मैदान में विश्व पुस्तक मेला शुरू होते ही पढ़ने-लिखने वाले संजीदा पाठक उमड़ पड़े। शनिवार का छुट्टी का दिन और खिली धूप। लिहाजा बड़ी संख्या में बच्चे…