नई दिल्ली। साहित्य अकादेमी अपनी स्थापना के सत्तर बरस पूरे कर रही है। भारतीय साहित्य के लिए यह गौरव का क्षण है। इसे ध्यान में रखते हुए अकादेमी 70 साल का जश्न मनाने जा रही है। इसे अविस्मरणीय बनाने का प्रयास है। इस मौके पर साहित्य प्रेमियों का तो जुटान होगा ही, वहीं इसके भव्य आयोजन में कई सत्र होंगे। जिनमें कोई ग्यारह सौ लेखक जुटेंगे। साहित्य अकादेमी के सचिव के. श्रीनिवासन का कहना है कि यह उत्सव दुनिया का सबसे बड़ा साहित्य उत्सव होगा।

साहित्य उत्सव में 175 भाषाओं और बोलियों का भी प्रतिनिधित्व होगा। उत्सव में बड़ी संख्या में लेखक जुटेंगे। कई सत्रों में चलने वाला यह उत्सव 11 से 16 मार्च के बीच फीरोजशाह मार्ग स्थित रवींद्र भवन परिसर में आयोजित होगा। इस उत्सव में कई विषयों पर चर्चा होगी।

अकादेमी के सचिव श्रीनिवासन के मुताबिक 12 मार्च को साहित्य अकादेमी पुरस्कार 2023 प्रदान किए जा जाएंगे। यह समारोह कमानी सभागार में होगा। अर्पण समारोह की मुख्य अतिथि उड़िया लेखिका प्रतिभा राय होंगी। जबकि 13 मार्च को प्रख्यात गीतकार एवं शायर सिनेमा और साहित्य पर व्याख्यान देंगे। साहित्य उत्सव में मातृभाषा का महत्त्व, बाल साहित्य, भारत का भक्ति साहित्य और भविष्य के उपन्यास पर चर्चा होगी।  

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