चैन से सुलाने को जगाता एक रिपोर्टर
अतुल मिश्र टीवी न्यूज चैनल पर एक रिपोर्टर चीख-चीख कर लोगों को बता रहा था-‘चैन से सोना है, तो जाग जाओ!!’ लोगों ने जाग-जाग कर ‘झनझनी’ का यह प्रोग्राम देखा…
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अतुल मिश्र टीवी न्यूज चैनल पर एक रिपोर्टर चीख-चीख कर लोगों को बता रहा था-‘चैन से सोना है, तो जाग जाओ!!’ लोगों ने जाग-जाग कर ‘झनझनी’ का यह प्रोग्राम देखा…
नई दिल्ली। मनुष्य होना बड़ी बात है, विद्वान होना नहीं। आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी कहते थे कि तीस-चालीस किताबें पढ़ कर तो कोई भी विद्वान हो सकता है, मगर विद्वान…
-संजय स्वतंत्र चाहे कवि हो या शायर या फिर गीतकार। चाहे कोई कहानीकार। वह समाज को उसकी संवेदना से जोड़ता है। वैसे नौकरी की भागदौड़ और डेडलाइन में पिसते हुए…