संवाददाता
नई दिल्ली। आप इतने तनाव में क्यों हैं! कहीं आपका कोर्टिसोल हार्मोन तो नहीं बढ़ गया? तनाव के लिए कोर्टिसोल हार्मोन को जिम्मेदार माना जाता है। कोर्टिसोल को ‘स्ट्रेस हार्मोन’ भी कहा जाता है। यह हार्मोन अधिवृक्क ग्रंथि द्वारा निर्मित होता है। यह आपको स्वस्थ और ऊर्जावान रहने में मदद करता है। इसकी मुख्य भूमिका शारीरिक और मनोवैज्ञानिक तनाव को नियंत्रित करना है।
कोर्टिसोल की अधिकता और कमी दोनों ही स्थितियां शरीर के लिए हानिकारक दुष्प्रभावों वाली हो सकती हैं। तनाव व्यक्ति को मानसिक ही नहीं, बल्कि शारीरिक स्तर पर भी बीमार बना सकता है। तनाव के कारण महिलाओं का यौन जीवन प्रभावित हो सकता है। तनाव के कारण एसिड रिफ़्लक्स, जी मिचलाना, सूजन और पेट में ऐंठन जैसी समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं। अगर तनाव का स्तर बहुत अधिक है, तो इससे उल्टी और दस्त भी लग सकते हैं। तनाव की वजह से भूख कम लगती है और वजन में कमी हो जाती है। इससे मूड पर असर तो होता ही है, शारीरिक शक्ति भी प्रभावित होने लगती है।
तनाव कम करने के लिए क्या करें?
शरीर की मालिश करने से तनाव दूर होता है। इससे शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी राहत मिलती है। यूनिवर्सिटी आॅफ मियामी, स्कूल आॅफ मेडिसिन के शोध के अनुसार मसाज सेशन से कॉर्टिसोल हार्मोन तो कम होता ही है। साथ ही डोपामाइन और सेरोटॉनिन हार्मोन की सक्रियता भी बढ़ती है। कोर्टिसोल को कंट्रोल करने के लिए आप नियमित योग करें। अनुलोम-विलोम व आसन करें। इससे हार्मोन संतुलित रहेगा। विटामिन सी कोर्टिसोल को कम करने में मदद करता है। भोजन में विटामिन सी का भरपूर सेवन करें। (स्रोत : हील इनिशिएटिव)