फागुन के रंग-कविता के संग
नई दिल्ली। होली के अवसर पर कविताएं इंद्रधनुुष से कई रंग लेकर मंचों पर उतर रही हैं। साहित्य आयोजनों की कड़ी में कवियों ने फागुन के रंग बिखेर दिए। हिंदी…
जासूस जिंदा है, एक कदम है जासूसी लेखन की लुप्त हो रही विधा को जिंदा रखने का। आप भी इस प्रयास में हमारे हमकदम हो सकते हैं। यह खुला मंच है जिस पर आप अपना कोई लेख, कहानी, उपन्यास या कोई और अनुभव हमें इस पते jasooszindahai@gmail.com पर लिख कर भेज सकते हैं।
नई दिल्ली। होली के अवसर पर कविताएं इंद्रधनुुष से कई रंग लेकर मंचों पर उतर रही हैं। साहित्य आयोजनों की कड़ी में कवियों ने फागुन के रंग बिखेर दिए। हिंदी…
अतुल मिश्रहोली के बाद सबसे अहम जो काम है, वह होली-मिलन का रह जाता है। यह सबसे अजीब काम है और इसे भी निपटाना जरूरी माना जाता है। एक जमाने…
नई दिल्ली। साहित्य अकादेमी की स्थापना का सत्तर साल का जश्न संपन्न हो गया। साहित्योत्सव 2024 में बड़ी संख्या में लेखक जुटे। समापन दिव्यांग लेखकों के नाम रहा। राजधानी में…
साहित्य संवाददातानई दिल्ली। मलयाली साहित्यकार प्रभा वर्मा को सरस्वती सम्मान देने की घोषणा की गई है। उन्हें यह सम्मान उनकी काव्यकृति ‘रौद्र सात्विकम’ के लिए दिया जा रहा है। यह…