कौन था रूस का वह ‘अंडर कवर एजंट’
नई दिल्ली। प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान जब दुनिया के कई ताकतवर देश एक दूसरे से लड़ रहे थे, तब सोवियत संघ भी इसमें पीछे नहीं था। वह एक छोटे मगर…
जासूस जिंदा है, एक कदम है जासूसी लेखन की लुप्त हो रही विधा को जिंदा रखने का। आप भी इस प्रयास में हमारे हमकदम हो सकते हैं। यह खुला मंच है जिस पर आप अपना कोई लेख, कहानी, उपन्यास या कोई और अनुभव हमें इस पते jasooszindahai@gmail.com पर लिख कर भेज सकते हैं।
नई दिल्ली। प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान जब दुनिया के कई ताकतवर देश एक दूसरे से लड़ रहे थे, तब सोवियत संघ भी इसमें पीछे नहीं था। वह एक छोटे मगर…
नई दिल्ली। राजधानी में आयोजित भारतीय महिला शक्ति सम्मान समारोह में भारतीय महिलाओं की शक्ति का सही आकलन करने की मांग की गई। दुनिया भर में महिलाओं के लिए महान…
संगम पांडेय इस बार संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार सुरेन्द्र शर्मा को मिलना एक अच्छी खबर है। हालांकि उन्होंने कभी यह दावा नहीं किया कि वे ‘उपन्यास का रंगमंच’ कर रहे…
अतुल मिश्र निजी तौर पर वे एक जासूस थे। गैर निजी तौर पर लोग उन्हें ‘करमचंद’ के नाम से पुकारते थे। अपनी खूबसूरत असिस्टेंट ‘किटी’ की वजह से भी वे…
अतुल मिश्र टीवी न्यूज चैनल पर एक रिपोर्टर चीख-चीख कर लोगों को बता रहा था-‘चैन से सोना है, तो जाग जाओ!!’ लोगों ने जाग-जाग कर ‘झनझनी’ का यह प्रोग्राम देखा…
नई दिल्ली। मनुष्य होना बड़ी बात है, विद्वान होना नहीं। आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी कहते थे कि तीस-चालीस किताबें पढ़ कर तो कोई भी विद्वान हो सकता है, मगर विद्वान…
-संजय स्वतंत्र चाहे कवि हो या शायर या फिर गीतकार। चाहे कोई कहानीकार। वह समाज को उसकी संवेदना से जोड़ता है। वैसे नौकरी की भागदौड़ और डेडलाइन में पिसते हुए…
नई दिल्ली। साहित्य अकादेमी अपनी स्थापना के सत्तर बरस पूरे कर रही है। भारतीय साहित्य के लिए यह गौरव का क्षण है। इसे ध्यान में रखते हुए अकादेमी 70 साल…
अतुल मिश्र अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए यह निहायत जरूरी है कि इतना अर्थ यानी पैसा तो आदमी के पास हो ही कि वह उसे व्यवस्थित कर सके। जब…
नई दिल्ली। दुनिया में ऐसे बहुत कम उदाहरण हैं जब पति-पत्नी दोनों ही जासूसी का हिस्सा रहे हों। इस संदर्भ में अमेरिका के जूलियस और एथेल रोसेनबर्ग का नाम लिया…