अनुसंधान डेस्क

इस ब्रह्मांड में पृथ्वी के अलावा कोई तो ग्रह होगा जहां जीव बसते होंगे। जहां मनुष्य से भी उन्नत सभ्यता होगी। उनका विज्ञान हमसे आगे होगा। अगर कोई पराग्रही जीव या कहें एलियन जैसे प्राणी किसी ग्रह पर रहते हैं, तो उनके बारे में मनुष्य आज तक पता क्यों नहीं लगा पाया? जबकि उसके कई अंतरिक्ष यान ब्रह्मांड में चक्कर लगा रहे हैं। चांद तक वह पहुंच रहा है। मंगल के बाद सूर्य के नजदीक जा रहा है, मगर एलियन को नहीं देख पा रहा। इसका मतलब है कि एलियन किसी ऐसे ग्रह पर है जो मनुष्यों के आधुनिक विज्ञान से कई गुना आधुनिक है।

सिक्सिन ल्यू की दूसरी पुस्तक ‘द डार्क फारेस्ट’ से एलियन फिर चर्चा में है। सवाल उठ रहा है कि क्या एलियन सचमुच ब्रह्मांड के किसी कोने में छिपे हैं। पुस्तक में कहा गया है कि ब्रह्मांड में एलियन हैं और वे खुद को छिपाते हुए सक्रिय हैं। पिछले कई दशकों से एलियन चर्चा में हैं। कई बार कुछ देशों में उसे उनके आधुनिकतम यानों को आसमान में देखने का दावा किया गया हैं। मगर जांच में कोई सिरा नहीं मिलता। या फिर काल्पनिक बाते हैं।

क्या एलियन ब्रह्मांड में भटकते हुए पृथ्वी के करीब आते हैं? अगर उनकी किसी ग्रह पर कोई सभ्यता है तो मनुष्य का आधुनिक संचार उनके किसी संदेश को आज तक क्यों नहीं पकड़ पाया। क्या एलियन मनुष्यों से भी अधिक जीवित रहने की क्षमता रखते हैं। वे छिप कर क्या खेल कर रहे हैं। यह सोचने की बात है। तीन साल पहले 2020 में कुछ खगोलविदों ने तो यहां तक आगाह किया कि दूसरे ग्रह के किसी संदिग्ध जीव के संपर्क करने पर उसका जवाब न दें। क्योंकि ऐसा करने से आपदा आ सकती है। उनकी इस चेतावनी के बाद यह अंदेशा हुआ कि एलियन मनुष्यों के लिए खतरा हैं। क्योंकि उनके संदेश का जवाब देने से एलियन ब्रह्मांड में पृथ्वी को चिह्नित कर सकते हैं।

खगोलविद की मानें तो हमें एलियन से बचना चाहिए। मगर वैज्ञानिक चाहते हैं कि एलियन के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाई जाए। हालांकि किसी भी वैज्ञानिक ने यह दावा नहीं किया है कि किसी एलियन ने पृथ्वी के आसपास आकर संपर्क किया है।  ऐसा माना जाता है कि पृथ्वी साढ़े चार अरब साल पुरानी है। ब्रह्मांड में अन्य ग्रहों की उम्र का अनुमान लगाना मुश्किल है। कई ग्रह तो अब भी अनुसंधान का विषय हैं। वहां तक मनुष्य आज तक नहीं पहुंच पाया। वहां जीवन है या नहीं, किसी को मालूम नहीं। क्या पता उन्हीं किसी अनजान ग्रह पर एलियन रहते हों।

एलियन निश्चित रूप से हमसे उन्नत होंगे। पृथ्वी पर विज्ञान और अनुसंधान में प्रगति का इतिहास महज सौ साल पुराना है। जबकि ब्रह्मांड में अनेकानेक ग्रहों का हिसाब-किताब करें तो वे करोड़ों साल पुराने हैं। जाहिर है अगर किसी ग्रह पर एलियन की सभ्यता है तो उनका विज्ञान हमसे पांच सौ या हजार साल अधिक उन्नत होगा। इस दृष्टि से वे हमसे कहीं अधिक संतुलित और विनम्र हो सकते हैं। और उनका संपर्क करने का कोई भी प्रयास निश्चित रूप से उनके किसी अनुसंधान का हिस्सा हो सकता है या एक सभ्यता का दूसरी सभ्यता से जोड़ने की भावना हो सकती है। जैसा कि मनुष्य उनके बारे में सोचता है।

जो भी हो फिलहाल कुछ कहना मुमकिन नहीं। यह सवाल हमेशा रहेगा क्या वे समचमुच किसी ग्रह पर रहते हैं और वे कभी हमसे किसी दिन संपर्क करेगे। करेंगे भी कि नहीं, कुछ कहा नहीं जा सकता।

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