राजनीति में उतरा एक जासूस
नई दिल्ली। क्या कोई जासूस एक मुकाम हासिल करने के बाद राजनीति में उतर सकता है? ऐसा उदाहरण पूरी दुनिया में नहीं मिलता, लेकिन जर्मनी के एक जासूस ने इस…
जासूस जिंदा है, एक कदम है जासूसी लेखन की लुप्त हो रही विधा को जिंदा रखने का। आप भी इस प्रयास में हमारे हमकदम हो सकते हैं। यह खुला मंच है जिस पर आप अपना कोई लेख, कहानी, उपन्यास या कोई और अनुभव हमें इस पते jasooszindahai@gmail.com पर लिख कर भेज सकते हैं।
नई दिल्ली। क्या कोई जासूस एक मुकाम हासिल करने के बाद राजनीति में उतर सकता है? ऐसा उदाहरण पूरी दुनिया में नहीं मिलता, लेकिन जर्मनी के एक जासूस ने इस…
नई दिल्ली। हिंदी के प्रतिष्ठित साहित्यकार डॉ. संजीव कुमार का बीकानेर में अभिनंदन किया गया। साझी विरासत के तत्वावधान में आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के कुलपति…