कई लेखिकाओं को अनीता प्रभाकर सम्मान
लेखिका अनीता प्रभाकर की स्मृति में शुरू की गई पहली कहानी प्रतियोगिता में मेरठ की रेनू मंडल की कहानी ‘रूहानी रिश्ते’ को प्रथम घोषित किया गया है। दूसरे स्थान पर…
जासूस जिंदा है, एक कदम है जासूसी लेखन की लुप्त हो रही विधा को जिंदा रखने का। आप भी इस प्रयास में हमारे हमकदम हो सकते हैं। यह खुला मंच है जिस पर आप अपना कोई लेख, कहानी, उपन्यास या कोई और अनुभव हमें इस पते jasooszindahai@gmail.com पर लिख कर भेज सकते हैं।
लेखिका अनीता प्रभाकर की स्मृति में शुरू की गई पहली कहानी प्रतियोगिता में मेरठ की रेनू मंडल की कहानी ‘रूहानी रिश्ते’ को प्रथम घोषित किया गया है। दूसरे स्थान पर…
नई दिल्ली। महिलाएं क्या नहीं कर सकतीं। वे बेहतरीन और भरोसेमंद जासूस भी हो सकती हैं। यह 1914 का दौर था। प्रथम विश्वयुद्ध शुरू हो चुका था। जर्मनी आक्रामक हो…