हेल्थ डेस्क
नई दिल्ली। नार्सिसिस्ट एक मानसिक स्वास्थ्य स्थिति है। इसे नार्सिसिस्टिक पर्सनैलिटी डिसऑर्डर कहा जाता है। यह कई तरह के पर्सनैलिटी डिसऑर्डर में से एक है। नार्सिसिस्टिक यानी आत्ममुग्ध लोग, अपने बारे में हमेशा अच्छा दिखाने की कोशिश करते हैं और उनकी दुनिया सिर्फ़ और सिर्फ अपने इर्द-गिर्द घूमती है। वे खुद की तारीफ करते रहते हैं और दूसरों से भी अपनी तारीफ करवाते रहते हैं। ऐसे लोगों के साथ रहना चुनौती भरा हो सकता है।
इसके कई प्रकार होते हैं – इनमें प्रत्यक्ष आत्ममुग्धता, गुप्त आत्ममुग्धता, विरोधी आत्ममुग्धता, सांप्रदायिक आत्ममुग्धता और घातक आत्ममुग्धता शामिल हैं।
आत्ममुग्ध लोगों के कुछ लक्षण इस तरह हैं-
ऐसे लोगों को लगता है कि वे दूसरों से बेहतर हैं और उन्हें खास तरह की इज्जत मिलनी चाहिए।
उन्हें लगता है कि दूसरे उनकी इच्छाओं का पालन करें और उनके लिए नियम न लागू हों।
उन्हें लगातार तारीफ या प्रशंसा सुनने की की तलब होती है।
उनमें सहानुभूति की कमी होती है।
उनका व्यवहार विचित्र या जोड़-तोड़ वाला होता है।
इस लक्षण के उपचार का मुख्य आधार व्यक्तिगत मनोचिकित्सा है। विशेष रूप से, मनोविश्लेषणात्मक मनोचिकित्सा। विकार के इलाज के लिए उपयोग किए जाने वाले अन्य चिकित्सकीय तौर-तरीकों में समूह, परिवार और युगल चिकित्सा, साथ ही संज्ञानात्मक-व्यवहार थेरेपी (सीबीटी) और अल्पकालिक उद्देश्य-केंद्रित मनोचिकित्सा आदि शामिल हैं। (स्रोत : हील इनिशिएटिव)