साहित्य संपादक
नई दिल्ली। ख्यातिप्राप्त लेखक रस्किन बांड पिछले दिनों नब्बे साल के हो गए। इस उम्र में भी वे सक्रिय हैं। साहित्य जगत से उनका जुड़ाव रहता है। साहित्य संवर्धन के लिए उनकी चिंता रहती है। इसी महीने उनको साहित्य अकादेमी की महत्तर सदस्यता प्रदान की गई। अपने जन्मदिन के मौके पर उन्होंने कहा कि आडियो बुक बच्चों में कहानी सुनने की आदत डाल सकती है। रस्किन का जन्मदिन मनाने के लिए आडियो बुक मंच ने उनकी 25 खास कहानियों का एक संस्करण निकाला। इन सभी कहानियों को खुद लेखक ने चुना। जबकि इनका वाचन अनुज दत्ता ने किया।
रस्किन इस पहल से उत्साहित लगे। उन्होंने कहा भी कि इस तरह की पहल से बच्चों में कहानियों में दिलचस्पी बढेÞगी। इस दौर में बच्चे बेशक कहानियां पढ़ने में रुचि न रखते हों मगर लेखक का मानना था कि यदि कोई उन्हें कहानी पढ़ कर सुनाता है तो इससे उनकी रुचि कहानियों में बढ़ सकती है। अगर यह रुचि बढ़ गई तो बच्चे खुद ही कहानियों की किताबें पढ़ने लगेंगे।
रस्किन ने इस मौके पर अपने बचपन को भी याद किया। यह भी बताया कि उन्होंने कम उम्र में पढ़ना शुरू कर दिया था। उन्होंने बताया कि उनके पिता इतिहास संबंधी कहानियां सुनाते थे। यही वह समय था जब उन्हें कहानियां पढ़ने का शौक पैदा हुआ। लेकिन आजकल के बच्चों में ऐसा नहीं है। कहानियों की किताबों को कम ही हाथ लगाते हैं। इसलिए कहानियों की आडियो बुक उनमें रुचि जगाएगी।
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लेखक ने कहा, कहानियों की आडियो बुक उनमें रुचि जगाएगी।