जीवन
हेल्थ डेस्क
नई दिल्ली। ज्यादातर लोग नहीं जानते कि कि हमारे मुंह में जो लार होती है वह कितनी महत्त्वपूर्ण है। दरअसल, हमारी लार में ओपियोर्फिन नाम का एक जबरदस्त दर्द निवारक भी होता है जो मार्फिन की तुलना में छह गुना ज्यादा शक्तिशाली माना जाता है। हालांकि हमारे शरीर में इसकी बहुत छोटी खुराक ही होती है। यही वजह है कि जब हमारे मुंह, जीभ या गाल में दर्द होता है तो हम अपने आप दर्द मुक्त नहीं हो पाते हैं। कुछ साल पहले तक तो इस एंजाइम का पता भी नहीं था।
सोते समय हमारे मुंह में बहुत कम मात्रा में लार बनती है और यही वजह है कि रात को हमारे मुंह में अनेक सूक्ष्मजीवों को फलने फूलने का अवसर मिल जाता है और जब हम सुबह नींद से उठते हैं तब वह मुंह में दुर्गंध भर देता है। यही कारण है कि रात को सोने से पहले ब्रश करने की सलाह दी जाती है। इससे मुंह में बैक्टीरिया ज्यादा नहीं जमा हो पाएगा।
आपको आश्चर्य होगा कि कोई सुबह-सुबह आपका चुंबन क्यों नहीं लेना चाहता? इसका कारण यह हो सकता है कि सुबह जागने पर जब आप सांस छोड़ते हैं तो उसमें अलग अलग 150 से ज्यादा रासायनिक यौगिक होते हैं जो मुंह को बदबू से भर देते हैं। इनमें मिथाइल मेर्केप्टन, हाइड्रोजन सल्फाइड (सड़े अंडे के गंध जैसा), डाईमिथाइल सल्फाइड(लसलसा समुद्री शैवाल जैसा), डाईमिथाइल अमीन और ट्राइमिथाइल अमीन (मछली के दुर्गंध जैसा) आदि दुर्गंध शामिल होते हैं।
इसलिए सोने से पहले और जागने के बाद ब्रश जरूर कर लेना चाहिए। (स्रोत : बिल ब्रायसन के नोट्स, हील मीडिया)