जासूस डेस्क
नई दिल्ली। पिछले दिनों पाकिस्तान की खुफिया एजंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने वाला एक युवक पकड़ा गया। गोरखपुर के रहने वाले राम सिंह पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। उस पर आरोप है कि वह नौसेना की खुफिया जानकारी दुश्मन मुल्क की खुफिया एजंसी को दे रहा था। जांच में पता चला कि वह तीन साल से पाकिस्तान की एक महिला जासूस के संपर्क में था, वह फेसबुक के जरिए उसके नजदीक आया, फिर वाट्सऐप पर बात होने लगी। कड़ी पूछताछ के बाद एटीएस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया।
उत्तर प्रदेश के एटीएस को एक बार फिर उस समय कामयाबी मिली जब दुश्मन देश के लिए जासूसी कर रहे राम सिंह नाम के शख्स को पकड़ा। वह भारत में आईएसआई का एजंट बन गया था। वह पाकिस्तान की एक महिला जासूस के जरिए देश से विश्वासघात कर रहा था। वह महिला गोपनीय सूचनाएं देने के बदले राम सिंह को उसके बैंक खाते में बड़ी रकम भेजती थी। इसके बाद यह आरोपी इस रकम को दूसरे एजंटों को भेजता था जो उसे गोपनीय सूचनाएं देते थे। यह बात भी जांच में सामने आई। आरोप है कि राम सिंह ने भारतीय नौसेना के युद्धक जहाजों की कई तस्वीरें दुश्मनों को दे दी।
राम सिंह पर पहले से नजर रखी जा रही थी। क्योंकि उसके बारे में उत्तर प्रदेश एटीएस को उसकी करतूतों के बारे में जानकारी मिल गई थी। वह अपने देश के साथ ही साजिश कर रहा था। दूसरी ओर आईएसआई के एजंट राम सिंह के माध्यम से नौसेना और शिपयार्ड में काम करने वालों को रुपए देकर गोपनीय सूचनाएं हासिल कर रहे थे।
जानकारी पुख्ता होने पर एटीएस ने राम सिंह को पकड़ लिया। और उससे पूछताछ की। इस दौरान उसे पता चला कि आरोपी एक महिला जासूस के संपर्क में है। उसका छद्म नाम कीर्ति कुमारी है। यह भी पता चला। यही वह पाकिस्तान महिला जासूस थी जो राम सिंह के बैंक खाते में बड़ी रकम भेजती रहती थी।
दरअसल, राम सिंह पहले गोवा में नौसेना बंदरगाह में अंशकालिक कर्मचारी था। जहां वह जहाजों में इंसुलेशन लगाने का काम करता था। इस बंदरगाह पर नौसेना के सबसे महत्त्वपूर्ण जंगी जहाज आते थे। यही वह समय था जब राम सिंह इनकी तस्वीरें लेता था। फिर दुश्मन देश को भेज कर मोटी रकम लेता था। एटीएस ने उसके पास से नकदी के अलावा डेबिट कार्ड आदि बरामद किए। राम सिंह के खिलाफ लखनऊ स्थित एटीएस थाने में धारा 121 ए के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। (यह खबर मीडिया में आई खबरों पर आधारित)