आखिर क्यों बना जासूसों का क्लब
जासूस डेस्कनई दिल्ली। बदलते परिदृश्य में दुनिया भर के महत्त्वपूर्ण देश अपनी खुफिया एजंसियों को मजबूत और आधुनिक संचार तंत्र से लैस बना रहे हैं। विश्व के पांच-छह बड़े देशों…
जासूस जिंदा है, एक कदम है जासूसी लेखन की लुप्त हो रही विधा को जिंदा रखने का। आप भी इस प्रयास में हमारे हमकदम हो सकते हैं। यह खुला मंच है जिस पर आप अपना कोई लेख, कहानी, उपन्यास या कोई और अनुभव हमें इस पते jasooszindahai@gmail.com पर लिख कर भेज सकते हैं।
जासूस डेस्कनई दिल्ली। बदलते परिदृश्य में दुनिया भर के महत्त्वपूर्ण देश अपनी खुफिया एजंसियों को मजबूत और आधुनिक संचार तंत्र से लैस बना रहे हैं। विश्व के पांच-छह बड़े देशों…
पल्लवी गर्ग वो मिलेनियम ईयर था। सन दो हजार। बेहद पीड़ादायक गर्भाावस्था के पश्चात, अपनी प्यारी सी मुस्कान वाली डॉक्टर का हाथ बालों पर महसूस कर रही थी। जगह थी…
हेल्थ डेस्कनई दिल्ली। देश के तमाम राज्य गर्मी से झुलस रहे हैं। मौसम विभाग ने पूरे उत्तर भारत में लू की चेतावनी जारी की है। उत्तर पश्चिम और मध्य भारत…