जासूस डेस्क
नई दिल्ली। मास्को की एक जेल में एक पत्रकार बंद है। कौन है यह। क्या है उस पर आरोप? यह कोई और नहीं वॉल स्ट्रीट का संवाददाता इवान गेर्शकोविच है। उस पर जासूसी करने का गंभीर आरोप है। हालांकि इस आरोप से इवान ने इनकार किया है। यह खबर रूस की दो महत्वपूर्ण समाचार एजंसियों ने दी। इन एजंसियों ने कानून प्रवर्तन एजंसी के हवाले से कहा कि रूस की संघीय सुरक्षा सेवा (एफएसबी) ने अमेरिकी पत्रकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
यह संभवत: 40 साल में ऐसा है जब रूसी अफसरों ने अमेरिकी पत्रकार को गिरफ्तार किया है। स्ट्रीट जर्नल के पत्रकार इवान को रूस में रिपोर्टिंग करते समय गिरफ्तार किया गया था। वह उस समय मास्को से काफी दूर कोई खबर संकलित कर रहा था। बाद में उसे एक अदालत में एक सुनवाई के लिए ले जाया गया। उस पर रूस की खुफिया एजंसी ने आरोप लगाया कि इवान रूसी सैन्य औद्योगिक परिसर की जानकारियां जुटाने के लिए अमेरिका के आदेश पर काम कर रहा था। इवान की गिरफ्तारी के बाद वॉल स्ट्रीट जनरल ने रूस के आरोपों का खंडन किया और अपने रिपोर्टर की रिहाई की मांग की।
जेल में बंद इवान के खिलाफ लंबी और गुप्त न्यायिक प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। हालांकि वे रूस की खुफिया एजंसी के आरोपों के बावजूद अभी तक दबाव में नहीं आए हैं। उन्होंने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वे अपने समूह के लिए रूस में पत्रकारिता कर रहे हैं। खबरों के मुताबिक जासूसी के आरोप में हिरासत में लिए जाने वाले वे पहले अमेरिकी संवाददाता हैं।
उधर, अमेरिकी सीनेट के दो शीर्ष नेताओं ने मांग की कि रूस इवान को तुरंत रिहा करे। सीनेट के सदस्यों ने कहा कि किसी देश में जाकर पत्रकारिता करना कोई अपराध नहीं। वैसे भी इवान गेर्शकोविच अंतरराष्ट्रीय स्तर के सम्मानित पत्रकार हैं। इस बीच अमेरिकी राजदूत ने इस सिलसिले में शीर्ष रूसी नेता से मुलाकात की। बताया गया कि उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने इवान पर लगे आरोपों को गंभीर प्रकृति का बताया।