गरीबों का मददगार ‘जासूस विजय’
जासूस डेस्कनई दिल्ली। जासूसी कहानियां पढ़ी जाती रहीं हैं वहीं जासूसों को केंद्र में उपन्यास भी कम नहीं रचे गए। आज भी लिखे जा रहे हैं। मगर टीवी शृंखला में…
जासूस जिंदा है, एक कदम है जासूसी लेखन की लुप्त हो रही विधा को जिंदा रखने का। आप भी इस प्रयास में हमारे हमकदम हो सकते हैं। यह खुला मंच है जिस पर आप अपना कोई लेख, कहानी, उपन्यास या कोई और अनुभव हमें इस पते jasooszindahai@gmail.com पर लिख कर भेज सकते हैं।
जासूस डेस्कनई दिल्ली। जासूसी कहानियां पढ़ी जाती रहीं हैं वहीं जासूसों को केंद्र में उपन्यास भी कम नहीं रचे गए। आज भी लिखे जा रहे हैं। मगर टीवी शृंखला में…
- प्रतिभा आहूजा नागपाल वो आई थी चांदनी सी बन करमेरी दहलीज पर।मानो चाँद ने शिद्दत से उतारी होकि जा रोशन कर उस आंगन कोजो तेरे वजूद से चमकेगा।पर बेखबर…
साहित्य संपादकनई दिल्ली। गौरव पांडेय के काव्य संग्रह ‘स्मृतियों के बीच घिरी है पृथ्वी’ को साहित्य अकादेमी ने 2024 के युवा पुरस्कार के लिए चुना है। उत्तर प्रदेश के कौशांबी…