जासूस डेस्क
नई दिल्ली। जब अपने ही नागरिक देश की जासूसी करने लगें और खास तौर से जब वे जिम्मेदार पद पर हों, तो यह चिंता की बात होती है। यह गद्दारी है अपने वतन से। मगर कोई लालच में आ जाए, तो क्या कर सकते हैं। पिछले दिनों ऐसी ही खबर आई। अमेरिकी मिसाइल विध्वंसक पोत पर तैनात चीफ पैटी अफसर ब्रायस पेडिसिनी पर जासूसी करने के गंभीर आरोप लगे। उसकी करतूत सामने आने पर उसके खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया गया। इसमें कहा गया कि उसने एक विदेशी को रक्षा संबंधी जानकारी दी है। दोषी पाए जाने के बाद उसे 18 साल की सजा सुनाई गई है।
इस गंभीर आरोप के बाद विध्वंसक पोत पर तैनात ब्रायस पेडिसिनी को कोर्ट मार्शल का सामना करना पड़ा है। अमेरिकी नौसेना के प्रवक्ता ने बताया कि पोत यूएसएस हिगिंस पर तैनात नाविक ब्रायस पर आरोप है कि उसने वर्गीकृत दस्तावेजों और सूचनाओं को संभालने में लापरवाही ही नहीं बरती, बल्कि उन्हें किसी को दे भी दिए। घटना की जांच शुरू की गई और अब आरोपी पर कानूनी कार्रवाई जारी है।
नौसेना ने आरोप लगाया है कि पेडिसिनी ने नवंबर 2022 के आखिर से फरवरी 2023 यानी तीन चार महीने के बीच सुरक्षित स्थानों से वर्गीकृत जानकारियां चुराई और उन्हें हैम्पटन रोड, वर्जीनिया में एक विदेशी सरकार के कर्मचारी को दे दी। उस पर यह भी आरोप लगाया गया कि जापान के योकोसका में रहते हुए एक विदेशी नागरिक को कुछ गोपनीय तस्वीरें देने की कोशिश की।
आरोप पत्र के आधार पर नौसेना अधिकारी ब्रायस पेडिसिनी को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। इन आरोपों को इस साल 18 जनवरी को सामान्य कोर्ट मार्शल के लिए भेजा गया। दरअसल, ब्रायस पर पर कई गंभीर आरोप लगाए गए। उस पर जासूसी करने का आरोप तो है ही, वहीं रक्षा सूचना लीक पर करने का भी आरोप है। उसने अपने कमांड को धोखे में रखा। अपने विदेशी संपर्क के बारे में नहीं बताया। वहीं वह निजी उपकरणों को गोपनीय कक्ष में ले गया और वर्गीकृत सूचनाएं चुरा लीं। सैन्य अदालत ने लंबी सुनवाई के बाद उसे 18 साल की सजा सुनाई है।
ब्रायस पेडिसिनी के बारे में बताया कि वह 2008 की शुरुआत में नौसेना में नियुक्त हुआ था। अगले ही साल विध्वंसक जहाजों पर अपनी सेवाएं शुरू की। इससे पहले उसने युद्धपोत डीडीजी-74 और डीडीजी-54 पर अपनी सेवाएं दीं। टेनेसी के रहने वाले पेडिसिनी को 2022 में चीफ पैटी अफसर की तरक्की दी गई थी। उस पर फायर कंट्रोल का भी दायित्व था। उसकी गिरफ्तारी के बाद नौसेना अधिकारियों को यकीन नहीं आ रहा था कि ब्रायस इस तरह इतना बड़ा विश्वासघात करेगा। अब उन्हें आरोपी को सजा दिए जाने का इंतजार है।
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आरोप साबित होने पर 18 साल का कारावास