जासूस डेस्क
नई दिल्ली। विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे लंदन की जेल में पांच साल तक बंद रहने के बाद जमानत पर छूट गए। उन पर अमेरिका की जासूसी करने का आरोप है। असांजे अमेरिकी सरकार से समझौते के बाद साइपन की ओर चले गए। बता दें कि इसी के साथ गोपनीय दस्तावेज प्रकाशित करने से जुड़े उस कानूनी मसले का निपटारा हो जाएगा जो कई सालों से कई देशों में चर्चित रहा।

अमेरिकी न्याय विभाग की ओर से अदालत में दायर एक पत्र में उम्मीद जताई गई है कि जूलियन असांजे राष्ट्र की सुरक्षा से जुड़ी गोपनीय जानकारी को गलत तरीके से हासिल करने और उसे प्रसारित करने की साजिश करने के आरोप को कबूल कर लेंगे। असांजे पर जासूसी अधिनियम के तहत आरोप लगाए गए थे। उधर, अभियोजकों का कहना है कि सजा सुनाए जाने के बाद अपने देश आस्ट्रेलिया लौट जाएंगे। फिलहाल सुनवाई साइपन में हो रही है। ऐसा इसलिए कि असांजे अमेरिका नहीं जाना चाहते। वैसे भी साइपन स्थित यह अदालत आस्ट्रेलिया के नजदीक है।

असांजे के आग्रह पर जमानत पर सुनवाई हुई थी। बताया गया कि दोष स्वीकार करने की अर्जी न्यायाधीश ही अनुमोदित कर सकते हैं। ऐसा होने पर अंतरराष्ट्रीय साजिश वाले इस आपराधिक मामले का अंत हो जाएगा। वहीं अमेरिकी सरकार की ओर से एक ऐसे प्रकाशक की तलाश भी खत्म हो जाएगी जिसकी गोपनीय जानकारी का खुलासा करने वाली वेबसाइट ने इसे प्रेस स्वतंत्रता के समर्थकों के बीच चर्चा का विषय बना दिया था। ऐसा कहा गया कि असांजे ने एक पत्रकार के रूप में अमेरिका की गलत सैन्य गतिविधियों को मीडिया के सामने रखा था। असांजे की गिरफ्तारी के बाद जांचकर्ताओं ने कहा था कि आरोपी ने सुरक्षा के लिए बनाए गए कानूनों को तोड़ा है। अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाला।

असांजे की रिहाई से पहले उनकी पत्नी स्टेला ने कहा कि इस मामले में कई घंटे से अनिश्चितता बनी हुई थी कि अमेरिका से समझौता बढ़ेगा या नहीं। लेकिन पति की रिहाई से वे खुश हैं। स्टेला एक वकील हैं। उन्होंने असांजे से 2022 में शादी की थी। बता दें कि 52 साल के असांजे ने 2006 में विकीलीक्स की स्थापना की थी। वे अमेरिकी सेना के कुछ गोपनीय दस्तावेज लीक करने के आरोपों की वजह से पूरी दुनिया में चर्चा में आए थे। विकीलीक्स एक ऐसी वेबसाइट है जहां खुफिया जानकारी प्रकाशित की जाती रही है। साल 2010 में अमेरिका ने उन पर गंभीर आरोप लगाए थे। स्वीडन की सरकार ने तो असांजे पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था।

अमेरिकी दबाव के बाद असांजे ने 2012 में इक्वाडोर के दूतावास में शरण ली थी।  मगर वहां की सरकार बदलने पर स्वीडन के अधिकारियों ने असांजे को ब्रिटेन में गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उन्हें लंदन की बेल्मार्श जेल में बंद कर दिया गया था। जेल में बंद रहने के दौरान उन्होंने अपनी वकील स्टेला मॉरिस से शादी की थी। 

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