जासूस डेस्क
नई दिल्ली। ब्रिटेन में हांगकांग के खुफिया अधिकारियों के लिए सूचनाएं जुटा रहे एक व्यक्ति की पिछले महीने मौत के बाद से कई सवाल उठ रहे हैं। ब्रिटिश पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ब्रिटेन में रह रहे हांगकांग को गोपनीय जानकारियां देने वाले व्यक्ति की अज्ञात परिस्थितियों में मौत हुई है। मैथ्यू ट्रिकेट नाम का यह शख्स उन तीन लोगों में शामिल था जिस पर धोखाधड़ी सहित सूचनाएं जुटाने और जासूसी करने के आरोप लगे थे। अभियोजनकों का यह भी आरोप था कि ये लोग ब्रिटेन में एक घर में जबर्दस्ती घुसे थे।
इन सभी आरोपियों को बाद में जमानत मिल गई है। मगर दोनों पक्षों के वकीलों की दलीलें अभी बाकी हैं। उधर, मैथ्यू ट्रिकेट के बारे में थेम्स वैली पुलिस ने बताया कि एक आम नागरिक से सूचना मिलने पर लंदन के मेडनहेड पार्क में उसे मृत पाया गया था। ब्रिटेन के मीडिया के मुताबिक मैथ्यू शाही नौसेना में था। हाल तक वह गृह मंत्रालय में आव्रजन प्रवर्तन अधिकारी था। उस पर लेउंग और चुंग बियु के साथ आरोप लगाए गए थे। ये लोग अदालत में भी हाजिर हुए थे।
उधर, हांगकांग के अधिकारियों ने कहा कि मैथ्यू उनके आर्थिक एवं व्यापार कार्यालय का प्रबंधक था। जबकि मैथ्यू के वकील ने उसकी मौत पर हैरत जताई है और जांच जारी रहने के कारण कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। जिस पार्क में लाश मिली, वहां सुरक्षा अधिकारी काफी देर तक रहे। इस घटनाक्रम के बाद ब्रिटेन और हांगकांग के किसी भी आरोप पर चीनी अधिकारियों ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि उन पर कोई भी आरोप निराधार और निंदनीय है। जबकि हांगकांग की सरकार ने कहा है कि ब्रिटेन पूरा ब्योरा दे और व्यापार कार्यालय के प्रबंधक अधिकारों की हिफाजत करे।
जासूसी को लेकर ब्रिटेन और चीन के बीच तनाव कोई नया नहीं है। चीन से खतरे को लेकर ब्रिटेन के खुफिया अधिकारी अपनी सरकार को लगातार सतर्क करते रहे हैं। कुछ समय पहले ही उन्होंने चीन पर ब्रिटेन के राजनेताओं को केंद्र में रख कर जासूसी अभियान चलाने का गंभीर आरोप लगाया था। अलबत्ता प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भी कहा कि चीन, उत्तर कोरिया और रूस जैसे सत्तावादी धुरी से खतरे के कारण ब्रिटेन एक खतरनाक भविष्य का सामना कर रहा है।
बता दें कि हांगकांग काफी समय से चर्चा में है। यह लंबे समय से ब्रिटेन का उपनिवेश था। साल 1997 में अर्ध स्वायत्त क्षेत्र के रूप में चीन के कब्जे में है। 2019 में बड़े पैमाने पर हुए सरकार विरोधी प्रदर्शन के बाद चीन ने यहां राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू कर दिया। इसके बाद एक लाख से ज्यादा नागरिक ब्रिटेन लौट गए। नागरिक स्वतंत्रता घटने के बाद कई लोग ब्रिटेन में बसना चाहते हैं। हांगकांग की सरकार चीन के प्रभाव में है। जासूसी का खेल चीन वहां से भी जारी रखे हुए हैं। इसी खेल में मैथ्यू की जान गई।