जासूस डेस्क
नई दिल्ली। पूर्वी यूक्रेन में अंतरराष्ट्रीय निगरानी मिशन के पूर्व कर्मी को रूस के कब्जे वाले दोनेत्स्क की अदालत ने जासूसी के लिए दोषी ठहराया है। यह जानकारी पिछले दिनों रूसी अभियोक्ता कार्यालय ने दी। कार्यालय ने बताया कि यूरोपीय सुरक्षा एवं सहयोग संगठन के निगरानी मिशन के सुरक्षा सहायक वादिम गोल्डा को जासूसी मामले में 16 साल जेल की सजा सुनाई है।

रूसी कार्यालय ने बताया कि साल 2021 में यूक्रेन पर रूस की ओर से बड़े पैमाने पर युद्ध शुरू करने से पहले वादिम गोल्डा ने जासूसी से संबंधित तमाम जानकारियां इकट्ठा की थीं। गोल्डा को सितंबर 2022 में दो अन्य मिशन कार्यकर्ताओं के साथ हिरासत में लिया गया था। दोनों को पहले 13 साल की सजा सुनाई गई थी।

विशेष निगरानी मिशन 2014 में दोनेत्स्क और लुहांस्क में रूस समर्थित अलगाववादियों और यूक्रेनी सेना के बीच लड़ाई शुरू होने के बाद तैनात किया गया था। यह संघर्ष जब पूरी तरह युद्ध में बदल गया तब मार्च 2022 के अंत में निगरानी मिशन लौट गया था।  

हालांकि निगरानी मिशन की महासचिव हेल्गा मारिया ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मिशन के तहत काम करने वाले व्यक्तियों जैसे कि ओएससीई अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए नहीं रोका जाना चाहिए। उनकी गिरफ्तारी और उत्पीड़न नहीं होना चाहिए। मारिया ने कहा कि ओएससीई अपने सहयोगियों की रिहाई के लिए दबाव बनाएगा।

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