जासूस डेस्क
नई दिल्ली। रूस के लिए जासूसी करने के आरोप में आस्ट्रेलिया की सेना में सूचना तकनीशियन और उसके पति को अदालत ने जमानत देने से इनकार कर दिया। चालीस साल की कीरो कोरोलेव और उसका पति ऑस्ट्रेलियाई नागरिक हैं। उनके पास रूसी पासपोर्ट है। अदालत में उनके वकीलों ने कोई दलील नहीं दी। अब दंपति की पेशी 20 सितंबर को होगी। उनके वकीलों ने मीडिया से कोई बात नहीं की है।
इसके पहले आस्ट्रेलिया के संघीय पुलिस आयुक्त रीस केरशॉ ने बताया कि इस दंपति ने कथित रूप से आस्ट्रेलियाई रक्षा बल की सामग्री तक पहुंच बनाने के लिए एक साथ काम किया, जो राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी थी। हमारा आरोप है कि इस दंपति ने रूसी अधिकारियों को जानकारी देने के इरादे से यह जानकारी मांगी थी। क्या यह जानकारी इन्होंने किसी और को दे दी, इसकी जांच की जा रही है। आस्ट्रेलिया के संबंधित अधिकारी जासूसी को रोकने की पूरी कोशिश करेंगे।
उधर, रूसी दूतावास ने एक बयान में तमाम आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इसका स्पष्ट उद्देश्य आस्ट्रेलिया में रूस विरोधी उन्माद की एक और लहर को शुरू करना है। रूस ने अपने अधिकारियों से इस संबंध में विस्तृत और आधिकारिक जानकारी मांगी है।
बता दें कि पुलिस ने आस्ट्रेलियाई रक्षा बल की सूचना तकनीशियन किरा को ब्रिस्बेन स्थित घर से गिरफ्तार किया था। वह 2016 में ऑस्ट्रेलियाई नागरिक बनी थी जबकि पति ने 2020 में नागरिकता ली थी। पुलिस का आरोप है कि किरा सेना में छुट्टी पर रहते हुए 2023 में चुपचाप रूस चली गई थी। उसके पति ने कथित रूप से ब्रिस्बेन स्थित घर से वर्क अकाउंट तक पहुंच बनाई और उसे रूस में मांगी गई गोपनीय जानकारी भेजी।
वैसे खुफिया सेवा में सुरक्षा महासचिव माइक बर्गेस ने यह बताने से मना कर दिया कि अधिकारी को कैसे सूचना मिली। उधर, प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने कहा कि उनकी सुरक्षा एजंसियां जासूसी खतरे से निपटने में सक्षम है। वे इन मुद्दों पर नजर रखे हुए हैं। अगर आप आस्ट्रेलिया के के राष्ट्रीय हितों के खिलाफ कोई हरकत करते हैं तो हमारी सुरक्षा एजंसियां आपको पकड़ लेंगीं।