जासूस डेस्क
नई दिल्ली। पाकिस्तान से मुंबई लौटी नमगा उर्फ सनम पर पुलिस के शक की सुई घूम रही है। ठाणे की पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। क्योंकि उसे शक है कि वह फर्जी दस्तावेज बनवा कर पाकिस्तान गई होगी। खबरों के मुताबिक पुलिस उस व्यक्ति को ढूंढ रही है, जिसने नगमा को जाली कागजों से वीजा और पासपोर्ट बनवाने में मदद की। मगर नगमा की मां ने इन तमाम आरोपों को गलत बताया है। उसने कहा है कि उसकी बेटी ऐसा कोई काम नहीं करेगी जिससे देश को ठेस पहुंचे।
चौबीस साल की नगमा इस साल मई में पाकिस्तान गई थी। वह अपनी बच्चियों को लेकर भी गई थी। यह ठीक उसी अंदाज में हुआ जैसा सीमा हैदर ने किया था। नगमा कुछ समय पाकिस्तान में अपने कथित पति बशीर के साथ रही। मगर बाद में वह मायके लौट आई। उसके लौटने की खबर मिलने पर पुलिस ने कई पहलुओं को ध्यान में रख कर जांच शुरू की। पुलिस को लगता है कि नगमा ने पाकिस्तान जाने के लिए दस्तावेजों की मदद ली और पासपोर्ट एवं वीजा बनवाए। इस काम में उसकी किसने मदद की, यह भी जांच का बिंदु है।
नगमा की पाकिस्तान यात्रा के पीछे प्रेम कहानी भी सामने आई है। पता चला है कि कुछ साल पहले सोशल मीडिया पर नगमा का परिचय बशीर से परिचय हुआ। दोनों संपर्क में आए। इसके बाद दोनों ने एक दूसरे को फोन नंबर दिया और बात करने लगे। बातों का सिलसिला बढ़ने के साथ उनमें प्यार परवान चढ़ता गया। तीन साल में दोनों के बीच प्रगाढ़ हो गए। उन्होंने शादी करने का फैसला किया। परिवार जनों की सहमति से नगमा और बशीर ने आनलाइन विवाह किया। इससे चार साल पहले नगमा का तलाक हो चुका था।
मीडिया से बातचीत में बशीर ने कहा है कि नगमा मई में पाकिस्तान पहुंची थी। शादी से पहले एजंसियों ने तमाम जांच अपनी क्लीयरेंस दी। बशीर का कहना है कि नगमा उसके साथ घर पर रही। कहीं बाहर नहीं गई। इसलिए उस पर लग रहा जासूसी का आरोप सही नहीं। वैसे भी नगमा मंजूरी मिलने के बाद ही आई थी। नगमा की मां ने कहा कि उसकी बेटी जासूस नहीं है। उसने कहा कि वह उसे वाघा बार्डर तक छोड़ कर आई थी। वहां उसके पति के साथ रिश्तेदार भी आए थे।
(मीडिया में आई खबरों पर आधारित। तस्वीर इंडिया टीवी से साभार)