जासूस डेस्क
नई दिल्ली। खेलों का महाकुंभ ओलंपिक 2024 शुरू हो चुका है। हजारों खिलाड़ी पहुंच चुके हैं। लाखों की संख्या में वहां दर्शकों की मौजूदगी है। मगर इस बीच पता चला है कि कुछ जासूस भी वहां पहुंचे हुए हैं। यों भी दुनिया के ताकतवर देशों में शुमार फ्रांस के कई प्रतिद्वंद्वी हैं। फ्रांस ने ओलंपिक के सफल और सुरक्षित आयोजन के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है।
इस आयोजन के बीच वहां की पुलिस ने एक रूसी नागरिक को ओलंपिक को बाधित करने की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया है। बताया गया कि वह 14 साल से पेरिस में रह रहा था।
किरिल ग्रियाज्नोब को पेरिस स्थित उसके निवास से गिरफ्तार किया गया। सुरक्षा एजंसियां कई महीने से उसकी गतिविधियों पर नजर रखे हुए थी। पकड़े जाने के बाद उसने पुलिस को बताया कि वह शेफ का काम करता है। उसके फ्लैट की तलाशी ली गई तो पुलिस को रूस की खुफिया एजंसी से जुड़े होने के सबूत मिले।
पता चला कि किरिल ओलंपिक के दौरान फ्रांस के लोगों में विद्वेष फैलाने के लिए दुश्मन को खुफिया सूचनाएं साझा करने का भी आरोप है। अगर ये सभी आरोप साबित हो गए तो किरिल को कम से कम 30 साल की सजा मिल सकती है।
किरिल की गतिविधियों पर यूरोप की भी खुफिया एजंसियां काफी समय से निगाह रखे हुए थी। यह भी पता चला है कि बीती मई में वो इस्तांबुल से पेरिस लौट रहा था तब अत्यधिक शराब पीने के कारण उसे हवाई जहाज पर चढ़ने से मना कर दिया गया था। उसे दूसरी उड़ान लेने के लिए कहा गया। उसी दौरान उसने मास्को स्थित खुफिया एजंट को उसने फोन किया था। चश्मदीदों का कहना है कि नशे में होने के कारण किरिल ने अपनी पहचान जाहिर कर दी। यहां तक कि अपनी धाक जमाने के फेर में पड़ोसियों से भी कह दिया था कि वह ओलंपिक में बाधा पहुंचाने के लिए एक गुप्त मिशन पर है।
किरिल ने रूस में कानून की डिग्री ली थी। रूसी शो में वह अभिनय भी कर चुका है। इससे वह चर्चित भी हो गया था।