जासूस डेस्क
नई दिल्ली। एक दूसरे की जासूसी में उत्तर कोरिया अपने प्रतिद्वंद्वी दक्षिण कोरिया से हमेशा उलझा रहता है। इस बार उत्तर कोरिया में दक्षिण कोरिया के जासूस की जानकारी लीक होने की खबर है। अब दक्षिण कोरिया की फौज अपने जासूसों की जानकारी लीक होने की जांच कर रही है। दरअसल, रक्षा खुफिया कमान को कुछ समय पहले पता चला था कि विदेश में तैनात उनके जासूसों की गोपनीय जानकारी लीक हो गई है। दक्षिण कोरिया ने इसे गंभीरता से लिया है।
उत्तर कोरिया में दक्षिण कोरिया के जिन एजंटों की जानकारी लीक हुई है, उनमें आधिकारिक जासूसों के साथ अंडरकवर एजंट भी हैं। कुछ जासूस तो राजनयिक रूप में हैं। जानकारी लीक होने के बाद वे घर लौट आए हैं। सेना को जानकारी मिली है इस घटना से वही जासूस प्रभावित हुए हैं जिन्हें उत्तर कोरिया में ऑपरेशन का काम सौंपा गया था। यह भी पता जला कि जो डाटा लीक हुआ वह बहुत संभाल कर उत्तर कोरिया में ऑपरेशन के लिए का काम सौंपा गया था। यह भी पता चला कि जो डाटा लीक हुआ था, वह बहुत संभाल कर उत्तर कोरिया में ऑपरेशन के लिए भेजा गया था।
इस पूरे मामले में कोरिया डिफेंस इंटेलिजेंस कमांड के अधिकारी की भूमिका सामने आई है। उस पर जांच अधिकारियों की नजर है। उसकी भूमिका की जांच चल रही है। आशंका जताई जा रही है कि गोपनीय फाइलें इसी अधिकारी के निजी लैपटॉप में थी। अधिकारी मान रहे हैं कि इस लैपटॉप से जानकारियां लीक हुई हैं, मगर इस अधिकारी का कहना है कि उसके लैपटॉप को हैक कर दिया गया था।
इस पूरे मामले को लेकर कोरिया डिफेंस इंटेलिजेंस सिस्टम गंभीर है। वैसे भी यह पहली बार नहीं है जब कमांड को इस समस्या का सामना करना पड़ा हो। उसकी गोपनीय जानकारियां लीक होती जा रही हैं। पांच-छह साल पहले 2018 में भी सैन्य अधिकारियों ने पाया था कि कमांड का एक अफसर दूसरे देशों में खुफिया जानकारी लीक कर रहा है। यह काम वह पांच छह साल से कर रहा था।