आपके ई-मेल पर किसी की नजर तो नहीं

जासूस डेस्कनई दिल्ली। आपके पास ई-मेल आता है। या आप किसी को ई-मेल भेजते हैं। मगर सोचिए क्या आपका कोई ई-मेल पढ़ तो नहीं रहा? कहीं आपके लिखे शब्दों की…

पत्तों के तुम साज बना दो…

-वंदना मौलश्री मर जाओगे इक दिन यूं हीपैसे चार कमाने में।नानी याद मगर आयेगीसाथ उसे ले जाने में।। मिलते ही वो हमसे बोलातुम सा कौन जमाने में। हमसे मिलने आ…