धरती से आसमान का प्रेम

- प्रतिभा नागपाल ऐ आसमान जिम्मेदारियों काबोझ है तुम परकब बरसना है, कहां बरसना हैरंगों को कब अपने कैनवास पर बिखेरना है। सुबह की लालिमा औरदिन का पीला चमकीला पहर।रात…