जासूस डेस्क
नई दिल्ली। पिछले दिनों पाकिस्तान की शातिर खुफिया एजंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद की गिरफ्तारी चर्चा का विषय रही। वैसे उनको हाउसिंग घोटाले में गिरफ्तार किया गया। कहा गया कि सेना उनका कोर्ट मार्शल करेंगी। फैज पर यह कार्रवाई यों तो सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के बाद की गई है, मगर कहा जा रहा है कि उनकी गिरफ्तारी के पीछे राजनीतिक मामला भी है।
पाकिस्तान में आईएसआई के किसी पूर्व प्रमुख के खिलाफ पहली बार कार्रवाई हुई है। वैसे फैज को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का करीबी माना जाता है। वे जून 2019 से नवंबर 2021 तक खुफिया एजंसी के महानिदेशक रहे। उनको तत्कालीन प्रधानमंत्री फैज को सेवा विस्तार देना चाहते थे। मगर तालिबान से उनके नजदीकी संबंधों के कारण उस समय के सेना प्रमुख के विरोध के कारण यह संभव नहीं हुआ।
फैज हमीद पाक सेना के उन अफसरों में शामिल हैं जो अलग-अलग कोर के कमांडर रहे। वे ग्यारह कोर में से एक बलूच रेजिमेंट के प्रमुख रहे। साल 1987 में उन्होंने पाकिस्तान मिलिट्री में दाखिला लिया था। इसके बाद क्वेटा के कमांड एंड स्टाफ कॉलेज से स्नातक किया। इसके बाद उन्हें बलूच रेजिमेंट का कमीशन मिला। फैज पर एक हाउसिंग सोसायटी ने बेमतलब छापे मारने और घूस मांगने के गंभीर आरोप लगाए थे। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को संज्ञान मे लेते हुए सोसायटी प्रबंधन को शिकायत दर्ज कराने का निर्देश दिया था। शिकायत की जांच के लिए सेना ने बीते अप्रैल में एक जांच कमेटी बनाई गई ती। वैसे फैज पर इससे पहले भी अपने पद के दुरुपयोग लग चुके हैं।
इस बीच पाकिस्तान की खुफिया एजंसी के पूर्व प्रमुख सेवानिवृत्त जनरल फैज हमीद के साथ संबंध रखने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने पंजाब प्रांत के पूर्व जेल महानिरीक्षक शाहिद सलीम बेग को बीते दिनों गिरफ्तार कर लिया। उधर, पाकिस्तान के सूचना मंत्री ने कहा, आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।