हेल्थ डेस्क
नई दिल्ली। श्वास फूलना, सांस लेने में तकलीफ को दर्शाता है। यह अचानक या लंबे समय तक हो सकता है। श्वास फूलने की समस्या कई कारणों से हो सकती है, जैसे एनीमिया, अस्थमा, क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज, संक्रमण, सूजन, एलर्जी, डायबिटीज, दमा, सिगरेट और प्रदूषण इत्यादि।
श्वास फूलने की समस्या को हमेशा फेफड़े और हृदय से जुड़ी दिक्कतों से जोड़ कर नहीं देखना चाहिए. कई लोगों में किडनी और मांसपेशियों से जुड़ी समस्याओं की वजह से भी सांस की दिक्कत हो सकती है।
श्वास फूलने पर क्या करें ?
अगर आपको सांस लेने में तकलीफ हो रही है या सांस फूल रही है, तो तुरंत राहत पाने के लिए नाक से गहरी सांस लें और होठों से सीटी बजाते हुए सांस बाहर छोड़ें। आॅक्सीजन की कमी से शरीर में कुछ गंभीर समस्याएं पैदा हो सकती हैं। अगर अचानक सांस फूलने लगे, तो डॉक्टर से परामर्श करना बेहतर होगा।
सांस फूलने लगती है तो कमजोरी महसूस होने लगती है। जबकि आयरन की कमी का सबसे आम लक्षण एनीमिया कहलाता है। इसकी वजह से थकान, चक्कर आना, सांस फूलना, स्किन का पीला पड़ना, भूख-प्यास न लगने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। (स्रोत : हील इनिशिएटिव)