-वंदना मौलश्री
आपकी खामोशी…
एक अनकहा संबल।
आपके स्नेह की खुशबू
जैसे सुगंधित चंदन।
आपका विश्वास
मेरा खुद पर गर्व,
दुनिया को जीत लूं
फिर कोई नहीं हर्ज।
आपकी ताकत, मेरी मुस्कान।
हर पल का साथ, खुशनुमा अहसास।
दुनिया में सबसे ज्यादा
आप ही मेरे लिए खास।
पापा,
आपसे ही दुनिया
आपसे ही मेरा आसमान
मेरी हर उड़ान,
आपकी शुक्रगुजार, मेरी हर सांस,
मुझ में हर पल धड़कते हैं आप।