जासूस डेस्क
नई दिल्ली। एनआईए की नजर पाकिस्तान की खुफिया एजंसी आईएसआई पर है। पिछले दिनों सात राज्यों में 16 ठिकानों पर छापे मारे। इस कार्रवाई के साथ आईएसआई से जुड़े जासूसों के गिरोह पर शिकंजा कस गया है। आरोप है कि इस गिरोह ने विशाखापत्तनम से गोपनीय रक्षा जानकारी लीक करने का आरोप है। एनआईए ने अपनी इस कार्रवाई में कई मोबाइल फोन जब्त किए हैं। इसके अलावा संदिग्ध दस्तावेजों के अलावा दूसरी चीजें बरामद की हैं। बता दें कि इस मामले की तह में जाने के लिए एनआईए ने जुलाई 2023 में इसकी जांच अपने हाथ में ली थी।
विशाखापत्तनम में रक्षा संबंधी गोपनीय जानकारी लीक होने का मामला चर्चा में रहा था। इस संबंध में आंध्र प्रदेश की काउंटर इंटेलिजेंस सेल ने जनवरी 2021 में प्राथमिकी दर्ज की थी। इसके बाद से आईएसआई से जुड़े जासूसों के गिरोह पर जांच एजंसी एनआईए नजर रख रही थी। इसी क्रम में उसने बीते दिनों बिहार से लेकर हरियाणा और केरल, तेलंगाना से लेकर उत्तर प्रदेश तथा कर्नाटक से लेकर गुजरात तक छापेमारी की।
यह संवेदनशील मामला भारतीय नौसेना से जुड़ा था। इससे संबंधित कई जानकारियां लीक की गईं। इसकी साजिश पाकिस्तान में रची गई। इसके बाद एनआईए ने 19 जुलाई 2023 को दो आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया। इनमें एक पाकिस्तानी नागरिक शामिल था। फिलहाल वह फरार है। इसके साथ ही आकाश सोलंकी नाम का एक व्यक्ति भी इस जासूसी में शामिल था। इसके बाद राष्ट्रीय जांच एजंसी ने मनमोहन सुरेंद्र पांडा और एल्विन के खिलाफ एक पूरक आरोप पत्र दायर किया।
एक अभियुक्त पांडा को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस साल मई में एनआईए ने एक आरोपी अमान सलीम शेख के खिलाफ एक और आरोपपत्र दायर किया था। पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों के साथ कुछ देशद्रोहियों ने जिस तरह इस साजिश को अंजाम दिया उसका पर्दाफाश करने में एनआईए जुटी है।
तस्वीर : प्रतीकात्मक और साभार