साहित्य डेस्क
नई दिल्ली। प्रसिद्ध भारतीय लेखक अमिताव घोष इन दिनों चर्चा में हैं। दरअसल, ‘ब्रिटिश एकेडमी बुक प्राइज फॉर ग्लोबल कल्चरल अंडरस्टैंडिंग 2024’ के संभावित विजेताओं में उनका नाम लिया जा रहा है। बता दें कि कथेतर साहित्य में यह पुरस्कार प्रमुख अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार है। इसमें 25 हजार पाउंड की पुरस्कार राशि दी जाती है। अमिताव घोष की किताब ‘स्मोक एंड एशेज : ओपियम्स हिडेन हिस्ट्रीज’ का मुकाबला पांच दूसरी अंतरराष्ट्रीय कृतियों से हैं।
ब्रिटिश एकेडमी बुक प्राइज दुनिया के किसी हिस्से में रहने वाले और किसी भी भाषा के लेखक के लिए खुला हुआ है। इसकी शर्त यह है कि पुरस्कार के लिए भेजी गई रचना अंग्रेजी में होनी चाहिए। अमेरिका में रह रहे घोष कोलकाता से हैं और यहीं उनका जन्म हुआ था। इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के निर्णायकों ने अमिताव घोष की पुस्तक को अत्यंत ही पठनीय बताया है। उन्होंने उनके कहानी कहने के कौशल की प्रशंसा की है।
निर्णायकों के मुताबिक लेखक ने अपने इस उपन्यास में दशकों के शोध की मदद ली है। इसमें अठारहवीं शताब्दी से लेकर अब तक अफीम संकट और अमेरिका के ऑक्सिकॉन्टिन घोटाले तक को छूते हुए दुनिया भर में चर्चा में चल रहे अफीम कारोबार के सांस्कृतिक और आर्थिक असर का पता लगाने की भी कोशिश की गई है।