क्या रूसी जासूस को छुड़ा पाएंगे पुतिन
नई दिल्ली। जब अपनी गर्दन फंसी होती है तो क्या कोई व्यक्ति और क्या कोई देश, अपनी पूरी ताकत लगा देता है। आजकल यही हालत रूस की है। दरअसल, रूस…
जासूस जिंदा है, एक कदम है जासूसी लेखन की लुप्त हो रही विधा को जिंदा रखने का। आप भी इस प्रयास में हमारे हमकदम हो सकते हैं। यह खुला मंच है जिस पर आप अपना कोई लेख, कहानी, उपन्यास या कोई और अनुभव हमें इस पते jasooszindahai@gmail.com पर लिख कर भेज सकते हैं।
नई दिल्ली। जब अपनी गर्दन फंसी होती है तो क्या कोई व्यक्ति और क्या कोई देश, अपनी पूरी ताकत लगा देता है। आजकल यही हालत रूस की है। दरअसल, रूस…
नई दिल्ली। क्या कोई जासूस एक मुकाम हासिल करने के बाद राजनीति में उतर सकता है? ऐसा उदाहरण पूरी दुनिया में नहीं मिलता, लेकिन जर्मनी के एक जासूस ने इस…
नई दिल्ली। हिंदी के प्रतिष्ठित साहित्यकार डॉ. संजीव कुमार का बीकानेर में अभिनंदन किया गया। साझी विरासत के तत्वावधान में आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के कुलपति…
-अतुल मिश्र चुनावी पहचान पत्र बनाने वाले सरकारी लोगों से लाख कहने पर भी कि वे जिस शख्स की तलाश में हैं, वो बीस साल पहले कब्र में जा चुका…
नई दिल्ली। सीआईए दुनिया की सबसे कद्दावर एजंसी हैं। यह आज भी प्रतिद्वंद्वी देशों के खिलाफ काम तो करती ही है, वहीं विश्व में आतंकवाद के खिलाफ और वैश्विक सुरक्षा…
अनुसंधान डेस्क इस ब्रह्मांड में पृथ्वी के अलावा कोई तो ग्रह होगा जहां जीव बसते होंगे। जहां मनुष्य से भी उन्नत सभ्यता होगी। उनका विज्ञान हमसे आगे होगा। अगर कोई…
-अतुल मिश्र रामभरोसे के घर डकैती पड़ी थी और पुलिस ठीक उसके बाद ही पहुंची, जब डकैत बाकायदा डकैती का माल लेकर थाने पहुंचे कि काम हो गया। अब केवल…
नई दिल्ली। चीन सीमा पर और आसपास समुद्र तथा आसमान से अपने प्रतिद्वंद्वी देशों की तो जासूसी करता ही है, अब उसने कुछ देशें के चुनावों पर कुदृष्टि डाली है।…
-अंजू खरबंदा ‘सुरिन्दर...! अरे भई एक कप चाय पिला दो बढ़िया-सी!’ आफिस पहुंचते ही मैं आवाज लगाती। उस समय ग्रेटर कैलाश में मेरा आफिस था जो मेरे घर से आफिस…
-अतुल मिश्र नई दिल्ली। एकात्मान्वेषी पुराविद् पं. सुरेंद्र मोहन मिश्र ने 1955 में स्वयं संग्रहित मिट्टी-पत्थर की प्राचीन मूर्तियों, सिक्कों, बर्तनों, मनकों और अन्य पुरावशेषों के अलावा प्राचीन हस्तलिखित ग्रंथों…