एक समुद्र समाहित रहता है…
-रश्मि वैभव गर्ग एक समुद्र समाहितरहता है मुझमें...।उसकी नमी मेरेअंतरतम को नम कर देती है,उसका खारापन मुझेमेरे ही वजूद से मिलवाता है,एक समुद्र समाहित रहता है मुझमें...। उसका प्रवाह घटताऔर बढ़ता…
जासूस जिंदा है, एक कदम है जासूसी लेखन की लुप्त हो रही विधा को जिंदा रखने का। आप भी इस प्रयास में हमारे हमकदम हो सकते हैं। यह खुला मंच है जिस पर आप अपना कोई लेख, कहानी, उपन्यास या कोई और अनुभव हमें इस पते jasooszindahai@gmail.com पर लिख कर भेज सकते हैं।
-रश्मि वैभव गर्ग एक समुद्र समाहितरहता है मुझमें...।उसकी नमी मेरेअंतरतम को नम कर देती है,उसका खारापन मुझेमेरे ही वजूद से मिलवाता है,एक समुद्र समाहित रहता है मुझमें...। उसका प्रवाह घटताऔर बढ़ता…
-अतुल मिश्र ‘कोई शेर उस सिचुएशन पर सुनाएं कि जब किसी की महबूबा ने किसी से मिलने का वायदा तो किया हो, मगर वह आती दिखाई न दी हो।’ आधुनिक…
- अंजू खरबंदा अदना सा है आदमीआइना दिखाती रोज ही जिन्दगीइतिहास को बदलने की बातें करताईमान पर भी कायम न रह पाता आदमी! उम्र भर करता गिल-शिकवेऊल-जलूल करता हरकतेंऋषि बनने…
नई दिल्ली। इस दुनिया में कई तेज-तर्रार जासूस हुए। जिनके कारनामे आज भी चौंकाते हैं। मगर एक ऐसा जासूस जो पेशेवर नहीं था, मगर उसने कमाल की जासूसी की। इस…
-अतुल मिश्र ‘भाई साहब, यह कनाट प्लेस का ही रास्ता है?’ पहली मर्तबा मुरादाबाद से टैक्सी लेकर दिल्ली के कनाट प्लेस की रेड लाइट पर खड़े रामभरोसे ने किसी स्कूटर-चालक…
-संजय स. इन दिनों चैट जीपीटी की बड़ी चर्चा है। मेरे पास कई युवा पत्रकारों के फोन आते हैं। उनका यही सवाल होता है कि क्या एआइ (कृत्रिम मेधा) और…
-पल्लवी गर्ग चल री सजनी अब क्या सोचेकजरा न बह जाए रोते रोते... एक गाना, जिसको बचपन से अब तक जितनी बार सुना, उतनी बार अलग भावनाएं उमड़ीं। अम्मा दादा…
-अतुल मिश्र ‘तुम किसी काम के आदमी नहीं हो।‘ नेता की पत्नी ने उसका एक ऐसा प्रमाणपत्र जारी किया, जिसमें कि उसके आदमी होने पर संदेह जाहिर होता हो कि…
दिल्ली। कोई भी देश अपनी सरहदों की सुरक्षा में अपनी पूरी ताकत लगा देता है। सीमा पर फौज और आधुनिक हथियार ही नहीं तैनात नहीं किए जाते, रक्षा तंत्र को…
साहित्य संवाददाता वाराणसी। युवा कवयित्री शिल्पी अग्रवाल का हालिया प्रकाशित काव्य संग्रह ‘शिव से मैं’ को पढ़ते हुए ऐसा प्रतीत होता है कि उन्होंने काव्य रचते हुए अध्यात्म की यात्रा…