क्या मोबाइल रेडिएशन सेहत के लिए खतरनाक है?

अनुसंधान डेस्क नई दिल्ली। आज मोबाइल के बिना लोग एक पल भी नहीं रह पाते। वीडियो रील्स, बनाने से लेकर यूट्यूब देखने, संवाद करने और वाट्स ऐप पर संदेश देखने…

दिल्ली को बहुत शीत बुखार है

-सुगंधि कुलसिंह आज मैं गई यह सोच करबिताने कुछ वक़्त उनके साथ...खोल के अपना बंद दरवाजा,दो दिन के बादजोर से कांप रहे हैंलगातार उनके हाथ-पांव। गर्म कपड़े पहन करचलते फिरते…

बेटियां नहीं हैं कठपुतलियां

अंजू खरबंदा ‘अरे दिशा बिटिया, कल लड़के वाले आ रहे हैं तुझे देखने...अच्छे से तैयार हो जाना, वह गुलाबी शिफॉन वाली साड़ी ही पहनना, खूब जंचती हो तुम उस साड़ी…

‘आदमी का जहर’ से क्या डर गए थे श्रीलाल शुक्ल

जासूस डेस्कनई दिल्ली। सुप्रसिद्ध लेखक श्रीलाल शुक्ल को प्राय: उनकी कृति ‘रागदरबारी’ से याद किया जाता है। जबकि उन्होंने 25 से अधिक पुस्तकें लिखीं। इनमें ‘सूनी घाट का सूरज’ और…

जब अपनी ही गुमशुदगी रची जासूसी उपन्यासकार ने

जासूस डेस्कनई दिल्ली। अगाथा क्रिस्टी के उपन्यासों की पूरी दुनिया दीवानी है। मगर वे किसकी दीवानी थी? यह हमें जानना चाहिए। उन्होंने अपना जीवन भरपूर जिया। खूब किताबें लिखीं। ये…

अपने-अपने कबीर

-घनश्याम मैथिल ‘अमृत’ जैसे ही मस्जिद के लाउडस्पीकर से तेज आवाज में अजान शुरू हुई, पास ही बने मंदिर में बैठे पुजारी पंडित रामदीन बुरा सा मुंह बना कर अपने…

आइना  रोज    देखता   हूं   मैं

- संजीव सागर इक  सिवा  तेरे  अब नहीं दिखता,है  मगर  मुझको रब नहीं दिखता। हर  तरफ  है  बहार   का  मौसम,क्या करूं मैं वो सब नहीं दिखता। है नजारा  तिरा…

ओटीटी मंचों पर भी देखिए जासूसी फिल्में

नई दिल्ली। साहित्य के पन्नों से होता हुआ कोई जासूस अपने कारनामे रूपहले पर्दे पर दिखाता है तो वह दर्शकों का ध्यान खींच ही लेता है। वहीं दूसरी ओर कई…